शिमला, 13 जून। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी को लताड़ लगाते हुए उनके आरोपों को झूठा करार दिया है और कहा है कि भ्रामक बयान देकर वह अपने काले कारनानों पर परदा डालना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि जैक डोर्सी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में आरोप लगते हुए कहा है कि भारत में किसानों के प्रदर्शन के दौरान भारत सरकार ने ट्विटर पर दबाव डाला था और सरकार की कहना नहीं मानने पर भारत में ट्विटर को बंद करने, उसके कर्मचारियों के घरों पर छापे मारने की धमकियां दी गई थीं। जैक डोर्सी के इस आरोप के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई। कांग्रेस जहां राजनीतिक रूप से सरकार को घेरने में लग गई वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने इन आरोपों को सरासर झूठ बताया है।
‘खुलासा हो चुका है कि किस तरह इस प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया जाता था‘
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘जो कहा गया है, वो सफेद झूठ है। वर्षों की नींद के बाद जागे जैक डोर्सी अपने काले कारनामों पर परदा डालना चाहते हैं। जब दूसरे व्यक्ति द्वारा ट्विटर को खरीदा गया, तब ट्विटर फाइल्स में खुलासा हुआ कि किस तरह इस प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया जाता था और पक्षपात किया जाता था। जब भारत में चुनाव आते हैं, तब कई सारी विदेशी ताकते जागती हैं। उनका प्रयास दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में विघ्न पैदा करना होता है।’
विदेशी कम्पनियों को भारतीय कानून का पालन करना होगा – चंद्रशेखर
दूसरी तरफ इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि ट्विटर एक ऐसी कम्पनी है, जिसका मानना है कि भारतीय कानून का पालन करना उसके लिए आवश्यक नहीं है। उनका मानना था कि उन्हें भारतीय कानून का पालन नहीं करना है और जैसे-जैसे वह आगे बढ़ती गई, उन्होंने अपने नियम बनाए। भारत सरकार शुरू से ही भारत में काम करने वाली सभी कम्पनियों के लिए बहुत स्पष्ट रही है कि उन्हें हमेशा भारतीय कानून का पालन करना होगा।