नई दिल्ली, 15 जुलाई। जाने-माने सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की अनजान बदमाशों ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे शहर में गुरुवार को पूर्वाह्न गोली मार कर हत्या कर दी। वर्षों से कनाडा में रह रहे रिपुदमन सिंह भारतीय मूल के सिखों और पंजाबियों को अलगावादी नेताओं से दूर रहने की सलाह देते थे। इन पर भारत में मुकदमा भी चला था, हालांकि बाद में वह बरी हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि रिपुदमन सिंह मलिक पहले खालिस्तान की विचारधारा से प्रेरित थे और उस पर अमल करते थे। लेकिन बाद में वह खुद को इस विचारधारा से अलग करने लगे और हालिया वर्षों में खालिस्तान का खुलकर विरोध करने लगे। बताया जा रहा है कि यह उनकी मौत के पीछे का कारण भी हो सकता है।
रिपुदमन सिंह कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के सिखों और पंजाबियों को खालिस्तान की विचारधारा को समर्थन नहीं करने और इससे दूर रहने की सलाह दे रहे थे। वे ऐसे लोगों के लिए ही कनाडा में काम कर रहे थे। इस कारण भी उनकी हत्या होने की आशंका जताई जा रही है।
एअर इंडिया का विमान उड़ाने का लगा था आरोप
गौरतलब है कि रिपुदमन सिंह मलिक को 1985 के एअर इंडिया विमान में बम धमाकों का आरोपित पाया गया था, जिसके बाद उन पर करीब 20 वर्षों तक मुकदमा भी चला था। इस दौरान रिपुदमन को भारत सरकार ने ब्लैक लिस्ट भी कर दिया था। लेकिन बाद में सबूतों के अभाव में कोर्ट ने उन्हें 2005 में बरी कर दिया था। एअर इंडिया के उस प्लेन में चालक दल समेत 331 यात्री सवार थे, जिनकी मौत हो गई थी। यह प्लेन कनाडा से दिल्ली आ रहा था।
पीएम मोदी को लिखा था पत्र
रिपुदमन सिंह 2020 से लेकर 2022 तक कई बार भारत की यात्रा पर आए और आंध्र प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र के तीर्थ स्थानों का दर्शन भी किया था। इससे पहले रिपुदमन सिंह ने पीएम मोदी की तारीफ भी की थी। एक पत्र में उन्होंने लिखा था, ‘आपकी सरकार ने सिख समुदाय के लिए ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिनकी कोई मिसाल ही नहीं है। आपके ऐसे अभूतपूर्व और सकारात्मक कदमों के लिए मैं तहेदिल से आपका शुक्रगुजार हूं। आभार व्यक्त करने के लिए मेरे पास अल्फाज ही नहीं हैं।’