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योग गुरु रामदेव का एक और वीडियो वायरल, बोले – ‘किसी के बाप में दम नहीं, जो बाबा को अरेस्‍ट कर सके’

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देहरादून, 26 मई। पतंजलि योगपीठ के प्रमुख बाबा रामदेव द्वारा एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को ‘बकवास और दिवालिया साइंस’ कहने से उभरा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की तरफ से बाबा रामदेव को एक हजार करोड़ रुपये की मानहानि की नोटिस भेजने की खबर अभी चल ही रही थी कि योग गुरु का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।

नए वीडियो में बाबा यह कहते नजर आ रहे हैं कि किसी के बाप में दम नहीं, जो बाबा रामदेव को गिरफ्तार कर सके। उनका कहना है कि उन्हें बदनाम करने के लिए कई तरह के ट्रेंड सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे हैं, लेकिन इस तरह की किसी घटना से उन्हें कोई प्रभाव नही पड़ता। यह वीडियो कब का है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर #arrestbabaramdev के ट्रेंड होने पर एक ऑनलाइन मीटिंग के दौरान बाबा रामदेव ने यह बयान दिया है।

वायरल वीडियो में रामदेव कहते दिख रहे हैं – ‘सोशल मीडिया पर लोग शोर मचाते हैं कि अरेस्‍ट करो, कभी कुछ चलाते हैं और कभी कुछ चलाते हैं। कभी चलाते है कि ठग रामदेव, कभी महाठग रामदेव, अरेस्‍ट रामदेव कुछ लोग चलाते हैं। चलाने दो इनको।’

स्वास्थ्य मंत्री के कहने पर बयान वापस ले चुके हैं बाबा

गौरतलब है कि बाबा रामदेव के शुरुआती बयान पर डॉक्‍टरों ने आपत्ति जताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर योग गुरु के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की थी। डॉ. हर्षवर्धन ने बाबा के बयान को ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए इसे वापस लेने को कहा था। इसके बाद बाबा रामदेव ने बयान वापस ले लिया था, लेकिन साथ ही आईएमए से 26 सवालों के जवाब मांग लिए थे।

आईएमए ने योग गुरु को भेजी 1 हजार करोड़ रुपये की मानहानि की नोटिस

उधर आईएमए ने स्वामी रामदेव को एलोपैथी चिकित्सा पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर मानहानि की नोटिस भेजी है। इस नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव अपने बयान के लिए 15 दिनों के भीतर माफी मांगें अन्यथा आईएमए उनके खिलाफ 1000 करोड़ रुपये का दावा ठोकेगी। डॉक्टरों के अखिल भारतीय संगठन ने मांग की है कि रामदेव को इस बयान के खिलाफ लिखित में माफी मांगनी होगी, अन्यथा कानूनी रूप से यह दावा ठोका जाएगा।

आईएमए (उत्तराखंड) के सचिव अजय खन्ना की तरफ से दी गई छह पृष्ठों की नोटिस में उनके वकील नीरज पांडेय ने रामदेव की टिप्पणी को एलोपैथी तथा एसोसिएशन से जुडे करीब दो हजार चिकित्सकों की प्रतिष्ठा और छवि के लिए नुकसानदायक बताया है ।

योग गुरु की टिप्पणी को भारतीय दंड विधान की धारा 499 के तहत ‘आपराधिक कार्रवाई’ बताते हुए नोटिस में रामदेव से नोटिस प्राप्ति के 15 दिनों के भीतर ‘लिखित माफी’ की मांग की गई है और कहा गया है कि ऐसा न होने की स्थिति में 50 लाख रुपये प्रति आईएमए सदस्य की दर से उनसे 1000 करोड रुपये का मुआवजा मांगा जाएगा।

आचार्य बालकृष्ण बोले – बाबा को निशाना बनाया जा रहा

इस बीच, रामदेव के करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने इसे साजिश करार देते हुए कहा है कि आईएमए संगठन के तहत एलोपैथिक चिकित्सकों द्वारा बाबा रामदेव के जरिए आयुर्वेद को निशाना बनाया जा रहा है। अपने एक ट्वीट में बालकृष्ण ने कहा कि पूरे देश को इसाइयत में बदलने की साजिश के तहत रामदेव को निशाना बनाकर योग और आयुर्वेद को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘देशवासियों, अब गहरी नींद से जागो अन्यथा आने वाली पीढियां आपको माफ नहीं करेंगी।’

वैक्सीन को लेकर दिल्ली के सीएम केजरीवाल की केंद्र को नसीहत, बोले – टीम इंडिया बनकर करें काम

नई दिल्ली, 26 मई। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि मार्च में लोगों को वैक्सीन लग जाती तो दूसरी लहर आती ही नहीं। उन्होंने यह दुखड़ा भी रोया कि जो काम केंद्र का है, उसे राज्य कैसे करें। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि उसे मौजूदा विकट स्थिति में टीम इंडिया की तरह राज्यों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।

दिल्ली में ड्राइव थ्रू वैक्सिनेशन अभियान की शुरुआत

दरअसल, कोरोना संकट के बीच दिल्ली में बुधवार से ड्राइव थ्रू वैक्सिनेशन अभियान की शुरुआत हुई। अब दिल्लीवासी अपने वाहन में बैठे-बैठे ही वैक्सीन लगवा सकेंगे। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ड्राइव थ्रू वैक्सिनेशन प्रोग्राम को लॉन्च किया।

इस अभियान की लॉन्चिंग के बीच केजरीवाल ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में केंद्र पर प्रहार करते हुए कहा, ‘वैक्सीन को लेकर हम आज भी गंभीरता से काम नही कर रहे हैं। सभी राज्यों से कह दिया गया कि अपना-अपना इंतज़ाम कर लो। वैक्सीन को लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्री के संपर्क हूं, अब तक कोई राज्य वैक्सीन का एक भी टीका नही ले पाया है। वैक्सीन कम्पनियों ने केंद्र सरकार से बात करने का हवाला दे दिया है। सारे टेंडर फेल हो गए तो देश वैक्सीन क्यों नहीं खरीद रहा है?’

युद्ध में यह नहीं कह सकते कि अपने-अपने टैंक खरीद लो

सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘इस समय हमारा देश कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध कर रहा है। ऐसे युद्ध के समय यह नहीं कह सकते कि सब राज्य अपना-अपना देख लें। कल पाकिस्तान यदि भारत पर हमला कर दे तो यह थोड़ी कहेंगे कि सारे राज्य अपना-अपना देख लें। उत्तर प्रदेश वाले अपना टैंक खरीद लें और दिल्ली वाले अपने हथियार खरीद लें।’

उन्होंने कहा, ‘अगर दिल्ली सरकार हारती है तो भारत हारेगा। यह समय भारत को एक साथ काम करने का है, टीम इंडिया बनकर काम करने का है। प्रधानमंत्री से अपील है कि सभी मुख्यमंत्री देश के सिपाही बनकर काम कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार का काम हम कैसे करें।’

भाजपा का केजरीवाल पर पलटवार

दिल्ली के मुख्यमंत्री के तीखे बयान के तत्काल बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘इसके लिए (वैक्सीन की कमी) आप (अरविंद केजरीवाल) जिम्मेदार हैं। आप वैक्सीन खरीदने की आजादी चाहते थे। आपको विकल्प दिया गया था, लेकिन आपने कुछ नहीं किया। दिल्ली सरकार ने गत 26 अप्रैल को 1.3 करोड़ टीके कहां से मंगवाए हैं? आप कुछ नहीं करने में ही अच्छे हैं। आप बेड, ऑक्सीजन आदि का प्रबंध भी नहीं कर सके और लोग मर गए।’

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