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यूपी : मथुरा में श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि-ईदगाह विवाद में एक और अर्जी, ईदगाह में रोज जाने की अनुमति मांगी

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लखनऊ, 30 मई। मथुरा में श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि-ईदगाह विवाद में सोमवार को एक और अर्जी दी गई कि प्रकरण की जून माह में प्रतिदिन सुनवाई हो। साथ ही रोज ईदगाह जाने की अनुमति मांगी गई।

सीविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र देने वाले दिनेश धार्मिक चिह्न मिटाने की आशंका जाहिर की है। कोर्ट की छुट्टी में सर्वे और निगरानी की मांग की गई है। सर्वे और निगरानी के लिए सातवां प्रार्थना पत्र कोर्ट में प्रस्तुत हुआ है।

दरअसल, मथुरा में श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि-ईदगाह विवाद बढ़ता जा रहा है। रोजाना कोर्ट में याचिका और प्रार्थना पत्र बढ़ते जा रहे है। इससे पहले बीते सोमवार को भी दो प्रार्थना पत्र दिये गए थे।

सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में सौरभ गौड़ के वाद 950/20 में प्रार्थनापत्र देकर मांग की गई है कि ठा. केशवदेव जी महाराज 13.37 एकड़ के स्वामी हैं। इनके भव्य मन्दिर को औरंगजेब ने तुड़वाकर मन्दिर के ही पत्थरों से ही उस जगह एक ढांचा, जिसे ईदगाह कहा जाता है, बनवा दिया। उसे ढांचे के पत्थरों पर पच्चीकारी हिन्दू स्थापत्यकला दर्शाती है।

विभिन्न पत्थरों पर उसे देखा जा सकता है। चूंकि अगली सुनवाई 1 से 30 जून के ग्रीष्मावकाश के बाद 1 जुलाई को होगी, इसलिए प्रतिवादी पक्ष द्वारा उससे छेड़छाड़ की आशंका है। ऐसे में ये तथ्य नोट करने के लिए अमीन कमीशन व एडवोकेट कमिश्नर से रिपोर्ट मंगाया जाना जरूरी है। इस प्रार्थनापत्र के बाद भी कोर्ट ने इसकी सुनवाई के लिए 1 जुलाई की तारीख तय कर दी।

वहीं इसी कोर्ट में अखिल भारत हिन्दू महासभा के कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने वाद संख्या 174/21 में प्रार्थनापत्र देकर दावा किया कि जिस स्थान पर शाही मस्जिद ईदगाह है वास्तव में वहीं भगवान कृष्ण का प्राचीन गर्भगृह है।

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