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पद्म पुरस्कारों के लिए 106 नामों की घोषणा – मुलायम सिंह यादव व एसएम कृष्णा सहित 6 हस्तियों को पद्म विभूषण

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नई दिल्ली, 25 जनवरी। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई। इस बार कुल 106 लोगों को यह सम्मान दिया जाएगा। इनमें छह लोगों को पद्म विभूषण, नौ लोगों को पद्म भूषण और 91 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। इनमें 19 पुरस्कार विजेता महिलाएं हैं।

19 महिलाओं सहित कुल 109 लोग पद्म सम्मान से विभूषित किए जाएंगे

मुलायम सिंह यादव (मरणोपरांत), एस.एम. कृष्णा, उस्ताद जाकिर हुसैन, बालकृष्ण दोशी, श्रीनिवास वर्धन और दिलीप महालनोबिस (मरणोपरांत) को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला, उपन्यासकार एस. एल. भैरप्पा, सुधा मूर्ति सहित नौ व्यक्ति पद्म भूषण से सम्मानित किए जाएंगे।

पद्मश्री विजेताओं में राकेश झुनझुनवाला और रवीना टंडन भी शामिल

राकेश झुनझुनवाला (मरणोपरांत), रवीना टंडन, मणिपुर भाजपा अध्यक्ष थौनाओजम चाओबा सिंह को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। डॉक्टर दिलीप महालनाबिस सहित 26 गुमनाम नायकों को प्रतिष्ठित पद्म सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई।

ओआरएसघोल के उपयोग को बढ़ावा देने वाले महालनाबिस को पद्मश्री सम्मान

महालनाबिस 1971 के बांग्लादेश युद्ध के शरणार्थियों के शिविरों में सेवा करने के लिए अमेरिका से लौटे और दुनियाभर में ‘ओआरएस’ घोल के उपयोग को बढ़ावा दिया, जिससे पांच करोड़ से अधिक लोगों की जान बच सकी। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के महालनाबिस (87) को मरणोपरांत इस साल देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए चुना गया है।

महाराष्ट्र से सर्वाधिक 12 और कर्नाटक व गुजरात से 8-8 लोगों को पद्मश्री

पद्म पुरस्कारों के लिए घोषित नामों में महाराष्ट्र से 12, कर्नाटक और गुजरात से आठ-आठ व्यक्ति शामिल हैं। अंडमान निकोबार के सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर रतन चंद्र कार, सामाजिक कार्यकर्ता हीराबाई लोबी, पूर्व सैनिक मुनीश्वर चंदर डावर को भी पद्मश्री के लिए चुना गया है।

रतन चंद्र कार निकोबार द्वीप समूह में जारवा जनजाति के साथ काम कर रहे हैं। वहीं डावर मध्य प्रदेश में हाशिए पर के लोगों की सेवा में जुटे हैं। नगा सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे को पद्मश्री के लिए चुना गया है। उन्होंने जागरूकता शिविरों और कार्यक्रमों के जरिए स्वदेशी हेराका संस्कृति का संरक्षण और प्रचार किया एवं 10 प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना की और महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित किया।

पद्मश्री के लिए चुने गए अन्य लोगों में ‘कन्नूर के गांधी’ वीपी अप्पुकुट्टन पोडुवल के साथ ही सांप पकड़ने वाले मासी सदाइयां और गोपाल और सिक्किम के जैविक किसान तुला राम उप्रेती भी शामिल हैं।

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