रांची, 29 अगस्त। झारखंड के दुमका में बीते 23 अगस्त को अंकिता नाम की जिस छात्रा पर उसी के मोहल्ले में रहने वाले युवक शाहरुख ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी, उसकी मौत रिम्स रांची में इलाज के दौरान हो गई है। छात्रा की मौत के बाद झारखंड के स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में ये माना है कि, कहीं ना कहीं सरकार से चूक हुई है। स्वास्थ्य मंत्री से ये भी पूछा गया आप बच्ची को देखने रिम्स क्यों नहीं गए, पिकनिक मनाने क्यों चले गए। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने खुद को संवेदनशील बताते हुए कहा कि दुमका में छात्रा की हत्या को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएग।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
इस बीच अंकिता की मौत के बाद दुमका में गुस्साए लोग सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन करते हुए पीड़ित परिजनों के लिए इंसाफ की मांग की है। प्रदर्शन कर रहे लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। शहर में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
जानें पूरी घटना
बता दें कि ये वारदात बीते मंगलवार की सुबह 5 बजे की है। जब घर के सभी लोग सो रहे थे, तभी सिरफिरे युवक ने कमरे में अकेली सो रही अंकिता पर खिड़की के जरिए पेट्रोल छिड़का और उसके बाद माचिस से आग लगा दी। जलती हुई अंकिता ने शोर मचाया तो घर के लोग जागे। तत्काल पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया था।
जबरन प्यार और शादी का बना रहा था दबाव
पीड़िता के पिता संजय सिंह का कहना है कि उनके ही मोहल्ले में रहने वाला शाहरुख पिछले कई दिनों से स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी अंकिता को परेशान कर रहा था। वो उस पर जबरन प्यार और शादी करने के लिए दबाव डाल रहा था। अंकिता ने इनकार करते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही तो उसने जान से मारने की धमकी दी। शाहरुख ने कहीं से उसका नंबर हासिल कर लिया था। उसने मोबाइल पर धमकी दी थी कि अगर उसकी बात नहीं मानी तो वो उसे जान से मार देगा।