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नाराज पशुपति पारस ने छोड़ी जिद, खुद को बताया ‘मोदी का परिवार’, हाजीपुर में चिराग का रास्ता साफ

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पटना, 30 मार्च। बिहार NDA में सीट बंटवारे को लेकर नाराज RLJP सुप्रीमो पशुपति कुमार पारस मान गए हैं। उन्होंने अपनी पार्टी को एनडीए का अंग बताया है। साथ ही यह भी एलान कर दिया है कि बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर एनडीए की जीत के लिए उनकी पार्टी समर्थन करेगी। इतना ही नहीं उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल का फिर से बदलकर बायो  ‘मोदी का परिवार’ टैग जोड़ लिया है।

एक भी सीट न मिलने से नाराज पशुपति ने मोदी कैबिनेट से दे दिया था इस्तीफा

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार में सीट शेयरिंग में चिराग पासवान को तरजीह देने और उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिए जाने से नाराज पशुपति कुमार पारस ने पिछले दिनों मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।

अब बोले – मोदी जी हमारे नेता और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि

फिलहाल शनिवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है और माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी हमारे भी नेता हैं। पशुपति पारस ने आगे लिखा, ‘पीएम मोदी का निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है एवं उनके नेतृत्व में पूरे देश में 400+ सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से NDA की सरकार बनेगी।’ एक अन्य ट्वीट करके उन्होंने जोड़ा है, ‘बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करने में हमारी पार्टी का पूर्ण समर्थन है और रहेगा।’

हाजीपुर सीट को लेकर चाचा व भतीजे में चल रहा था विवाद

पशुपति कुमार पारस के इस एलान के साथ ही हाजीपुर लोकसभा सीट पर लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पारस के भतीजे चिराग पासवान का रास्ता साफ हो गया है। पारस ने एक वर्ष पहले से ही हाजीपुर सीट से 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था। इस सीट पर वह खुद को रामविलास पासवान का उत्तराधिकारी मानते थे। केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद भी उन्होंने हाजीपुर सीट से ही अपनी उम्मीदवारी की दावेदारी कर दी थी।

हाजीपुर समेत 5 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी चिराग की लोजपा

लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारे में यह विवाद चरम पर तब पहुंच गया, जब भाजपा ने हाजीपुर समेत पांच लोकसभा सीटें चिराग की झोली में डाल दीं और पशुपति कुमार पारस की पार्टी रालोजपा को एक भी सीट नहीं दी। ऐसा तब किया गया था, जब 2019 में लोजपा से जीते तीन सांसद प्रिंस पासवान (भतीजा), महबूब अली कैसर, चंदन सिंह पारस के साथ थे। पहले वैशाली सांसद वीणा देवी भी पारस गुट में थीं, लेकिन सीट शेयरिंग से कुछ दिन पहले उन्होंने चिराग का दामन थाम लिया था। सीट बंटवारे में झुनझुना मिलने पर महबूब अली कैसर भी चिराग के मिलने उनके घर गए थे। अब जब पशुपति कुमार पारस मान गए हैं और बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए को समर्थन देने का एलान कर दिया है तो इसका फायदा चिराग पासवान को मिलेगा।