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कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ से आक्रोश, FORDA ने फिर की हड़ताल की घोषणा

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कोलकाता, 15 अगस्त। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का प्रकरण अब तक शांत नहीं हुआ कि तभी अस्पताल में तोड़फोड़ की खबर सामने आई है। मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन सबूतों से छेड़छाड़ कर रहा है। उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा कि सेमिनार हॉल में तोड़फोड़ की गई है।

इस बीच फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने आरजीकर हॉस्पिटल में बुधवार रात हुई हिंसा और तोड़फोड़ के खिलाफ एक बार फिर हड़ताल का फैसला लिया है। FORDA की ओर से कहा गया है, ‘सरकार काम के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही है। इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही विफल रही हैं, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं।’ उल्लेखनीय है कि महिला डॉक्टर की हत्या के बाद भी FORDA ने हड़ताल बुलाई थी, जिसका असर देशभर के अस्पतालों में दिखा था।

FORDA ने सरकार पर लगाए ये आरोप

FORDA के बयान में कहा गया, ‘सरकार हमारी प्रतिबद्धताओं और सेवा को उचित सम्मान नहीं दिला पा रही है, यह उसकी बड़ी विफलता है। हाल के घटनाक्रम की गंभीरता और न्याय की मांग को देखते हुए, हमने तुरंत प्रभाव से हड़ताल फिर से शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए हम रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के साथ काम कर रहे हैं और अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ काम कर रहे हैं।

कोलकाता मुद्दे पर आक्रोशित हैं डॉक्टर

दरअसल, गत नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीया महिला रेजिडेंट डॉक्टर का शव बरामद हुआ था। शरीर के कई अंगों से खून बह रहा था। गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई है।

पुलिस ने मामले में जांच की और संजय रॉय नाम के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। संजय 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में है। हालांकि डॉक्टरों का गुस्सा थमा नहीं है और वो हड़ताल पर बने हुए हैं। घटना के पांच दिनों बाद जब यह केस हाई कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की सौंप दी। फिलहाल, सीबीआई की एक टीम कोलकाता पहुंच गई है।

बुधवार की रात अस्पताल में हुई तोड़फोड़

पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों के भेष में करीब 40 उपद्रवियों ने बुधवार की रात अस्पताल परिसर में प्रवेश किया। संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और वहां मौजूद पुलिस कर्मियों पर पथराव किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

पुलिस ने बताया कि ये उपद्रवी लाठी-डंडे, ईंटें और रॉड लेकर आए थे। उपद्रवियों ने इलाके और उसके आसपास के कई सीसीटीवी कैमरों को नष्ट कर दिया और उस मंच पर भी तोड़फोड़ की, जहां जूनियर डॉक्टर विरोध-प्रदर्शन और हड़ताल पर बैठे थे। घटना में एक पुलिस वाहन पलट गया और वहां खड़े कई दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। कुछ पुलिस अधिकारियों को चोटें आईं हैं। अस्पताल के कर्मचारियों ने क्षतिग्रस्त इमरजेंसी वार्ड की सफाई शुरू कर दी है।