मुंबई, 22 अक्टूबर। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने कहा है कि भारत का अचल सम्पत्ति बाजार एक ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है और 2030 तक इस क्षेत्र का देश के सकल घरेलू उत्पाद में 18 से 20 प्रतिशत तक योगदान होगा।
स्मार्ट सिटी परियोजना में 100 स्मार्ट शहरों के निर्माण का लक्ष्य
अमिताभ कांत ने शुक्रवार को यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अचल सम्पत्ति और अवसंरचना कॉन्क्लेव 2021 के 13वें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा कि मकानों की बिक्री में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि रीयल एस्टेट कम्पनियों के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना में बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे, जिसका लक्ष्य एक सौ स्मार्ट शहरों का निर्माण करना है।
आने वाले महीनों में विकास का नया दौर शुरू होगा
उन्होंने कहा कि अचल सम्पत्ति क्षेत्र और इसके हितभागी सबके लिए आवास उपलब्ध कराने के लिए सरकार के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने इस क्षेत्र के लिए चुनौती पूर्ण रहे हैं, लेकिन आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तीसरे चरण में सरकार ने कई महत्वपूर्ण उपाय किए हैं, जिनसे आने वाले महीनों में इस क्षेत्र में विकास का नया दौर शुरू होगा।
रीयल एस्टेट निवेश ट्रस्ट मंच से साढ़े 12 खरब रुपये के निवेश के अवसर पैदा होंगे
अमिताभ कांत ने कहा कि सरकारी उपायों में रीयल एस्टेट विकासकों और मकान खरीदने वालों को कर राहत और वैकल्पिक निवेश कोष, किफायती आवास कोष और 35 हजार करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि से राष्ट्रीय आवास बैंक की स्थापना शामिल है। उन्होंने कहा कि सेबी द्वारा मंजूर किए गए रीयल एस्टेट निवेश ट्रस्ट मंच से आने वाले वर्षों में साढ़े 12 खरब रुपये के निवेश के अवसर पैदा होंगे।