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अमित शाह का कांग्रेस पर तंज – ‘राहुल बाबा, अभी हार से थको मत, बंगाल व तमिलनाडु में भी हार पक्की है’

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अहमदाबाद, 28 दिसम्बर। गृह राज्य गुजरात के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने एसआईआर का मुद्दा उछालने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी पराजय स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

अमित शाह ने रविवार को अहमदाबाद नगर निगम की 330 करोड़ रुपये की लागत से तैयार अलग-अलग विकास परियोजनाओं सहित अहमदाबाद शहर के पश्चिमी व दक्षिण-पश्चिमी इलाकों के लिए जरूरी वेस्टर्न ट्रंक मेन लाइन प्रोजेक्ट के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि जनता का प्रतिनिधि अपने काम के लिए जिम्मेदार होता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में और पूरे देश में यह वर्क कल्चर बनाया है। यह समझने के बजाय राहुल गांधी SIR समझने में लग गए हैं, जो उनका काम नहीं है।

शाह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा – ‘राहुल बाबा, अभी हार से थको मत। आप बंगाल और तमिलनाडु में भी हारने वाले हैं, यह पक्का कर लें। 2029 में भी मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है।’

नवी वंजार गांव के फिर से बसे लोगों को प्रमाणपत्र बांटने के कार्यक्रम में भाजपा नेता ने कहा कि 1973 की साबरमती बाढ़ आपदा में अपना सब कुछ खो चुके नागरिकों को आज 50 वर्षों बाद प्लॉट का मालिकाना हक मिला है। अहमदाबाद जैसे बड़े शहर में 173 लाभार्थी संख्या के हिसाब से कम लग सकते हैं, लेकिन यह पल उनके लिए बहुत ऐतिहासिक और इमोशनल है। पांच दशकों से चली आ रही समस्या का हल हो गया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले वेस्ट और साउथ-वेस्ट अहमदाबाद के लगभग 15 लाख नागरिकों के लिए कोई सही सीवेज डिस्पोजल सिस्टम उपलब्ध नहीं था। 2000 से 2005 तक शेला से चांदखेड़ा तक के इलाकों का तेजी से शहरीकरण हुआ, लेकिन एक पूरा ड्रेनेज सिस्टम बनाने के लिए बहुत बड़े बजट और लंबे समय की जरूरत थी। उन्होंने कहा कि एक सांसद के तौर पर, कुछ जगहों पर ओवरफ्लो हो रहे सीवरेज को देखकर उन्हें दुख होता है।

अमित शाह ने कहा, ‘पुरानी मांगों को संवेदनशीलता के साथ पूरा करने का मुख्य कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित संवेदनशील विकास की राजनीति है। उन्होंने गुजरात से लेकर पूरे देश में उनकी समस्याओं को हल करने का एक वर्क कल्चर बनाया है।’

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