नई दिल्ली, 2 अगस्त। कांग्रेस ने केरल के वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दावे को झूठा करार दिया और राज्यसभा में शुक्रवार को विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज कराने के साथ उनके खिलाफ एक्शन की मांग की है। उल्लेखनीय है कि उस प्राकृतिक आपदा में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है जबकि लगभघ तीन सौ लोग अब भी लापता हैं।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस प्रेषित की है। विशेषाधिकार हनन नोटिस में अमित शाह के इस दावे पर आपत्ति जताई गई है कि वायनाड में भूस्खलन से पहले केरल सरकार को चेतावनी दी गई थी। शाह ने दावा किया था कि केरल सरकार ने पहले से मिलीं चेतावनियों पर काररवाई नहीं की। इसका जयराम रमेश ने विशेषाधिकार हनन नोटिस में खंडन किया है।
विशेषाधिकार नोटिस में कहा गया है, ‘यह स्पष्ट है कि केंद्रीय गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई प्रारंभिक चेतावनियों पर अपने जोरदार बयानों से राज्यसभा को गुमराह किया, जो झूठे साबित हुए हैं। यह अच्छी तरह से स्थापित है कि किसी मंत्री या सदस्य द्वारा सदन को गुमराह करना विशेषाधिकार का उल्लंघन और सदन की अवमानना है।’
उल्लेखनीय है कि संसद में विशेषाधिकार प्रस्ताव (Privilege Motion) एक महत्वपूर्ण संसदीय प्रक्रिया है, जिसका इस्तेमाल सांसदों द्वारा सदन के किसी सदस्य या समिति के खिलाफ विशेषाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाने के लिए किया जाता है। विशेषाधिकार प्रस्ताव का उद्देश्य संसद और उसके सदस्यों की गरिमा और अधिकारों की रक्षा करना है। इस प्रक्रिया के माध्यम से सांसद सदन के सदस्य, अधिकारी या अन्य किसी भी व्यक्ति द्वारा किए गए किसी भी ऐसे कार्य के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं जिससे संसद के विशेषाधिकारों का उल्लंघन हुआ हो।