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अमित शाह का विपक्ष पर वार – ‘महिला आरक्षण बिल मेरी पार्टी और पीएम मोदी के लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं’

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नई दिल्ली, 20 सितम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन बिल) पर चर्चा के दौरान बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए महिला सशक्तीकरण का मुद्दा राजनीतिक नहीं बल्कि मान्यता का सवाल है। महिला आरक्षण विधेयक पारित होने से नए युग की शुरुआत होगी। पीएम मोदी ने जी20 में भी महिलाओं के नेतृत्व वाली प्रगति का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है।

भाषण के दौरान विपक्षी सासंदों के प्रति नाराजगी भी दिखाई

अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान विपक्षी सासंदों के प्रति नाराजगी भी दर्शाई। उन्होंने यहां तक कह दिया कि क्या आप मुझे वहां बैठकर टाइम देंगे? दरअसल, जब अमित शाह ने कहा कि जिस दिन पीएम मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बने, तब 70 करोड़ लोगों के घर में बैंक अकाउंट नहीं था। उसके बाद जनधन योजना के जरिए 52 करोड़ बैंक अकाउंट खोले गए, जिसमें 70 फीसदी माताओं के नाम से खोले गए।

आप वहां बैठकर टाइम दोगे? सुनने की आदत डालो भाई

इस दौरान विपक्षी सांसदों ने बीच में तेजी से टोकाटाकी शुरू कर दी, जिसके बाद अमित शाह ने पूछा, ‘किसने 10 मिनट दिए मुझे? आप वहां बैठकर टाइम दोगे? सुनने की आदत डालो भाई। मैं अपनी पार्टी के टाइम में बोल रहा हूं।’ इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने हस्तक्षेप किया, तब शाह ने फिर से अपना भाषण शुरू किया।

19 सितम्बर का दिन इतिहास में लिखा जाएगा

अमित शाह ने कहा कि मंगलवार (19 सितम्बर) के दिन को इतिहास में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘बिल में नया अनुच्छेद 330ए है, जो लोकसभा में एक तिहाई आरक्षण का प्रावधान करेगा वहीं राज्य विधानसभा में 332ए रिजर्वेशन का प्रावधान करेगा। इसके साथ-साथ अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए रिजर्व सीट पर इस वर्ग से आने वाली महिलाओं को आरक्षण मिलेगा।’

महिला आरक्षण विधेयक लाकर पीएम मोदी ने मातृशक्ति को सम्मानित किया

शाह ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक लाकर पीएम मोदी ने मातृशक्ति को सम्मानित किया है। पीएम मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा दिया, उनके इन प्रयासों के तहत लैंगिक अनुपात में सुधार हुआ। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार में कई चीजें हुई है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बने तो देश के 70 करोड़ लोगों के घर में बैंक खाते नहीं थे। हमने अभियान शुरू किया। इसके बाद 52 करोड़ बैंक खाते खोले गए। इसमें से 70 फीसदी महिलाओं के हैं। किसी भी स्कीम का पैसा महिला के बैंक अकाउंट में जाता है।’

विपक्ष हमसे 10 साल का हिसाब मांगता है जबकि खुद 60 साल का हिसाब नहीं देता

गृह मंत्री ने कहा, ‘विपक्ष हमसे 10 साल का हिसाब मांगता है जबकि खुद 60 साल का हिसाब नहीं देता। कुछ पार्टियों के लिए महिला सशक्तिकरण एक राजनीतिक एजेंडा और मुद्दा हो सकता है। कुछ दलों के लिए ये चुनाव जीतने का हथियार हो सकता है, लेकिन मेरी पार्टी और मेरे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है।’

शौचालय और गरीबी हटाओ के बहाने कांग्रेस पर किया हमला

अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस ने पांच दशक से ज्यादा शासन किया, लेकिन 11 करोड़ परिवार के घरों में शौचालय नहीं था। गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन गरीबों की कोई व्यवस्था नहीं कर पाई। शौचालय नहीं होने के कारण युवा बेटी को सबसे ज्यादा तकलीफ होती है। हमने शुरुआती पांच साल में ही 11 करोड़ 72 लाख शौचालय बने। इससे माताओ, बेटी और बहनों का सम्मान हुआ।

परिसीमन को विस्तार से समझाया

भाजपा नेता ने विपक्ष के उठाए जा रहे सवाल पर कहा, ‘एक-एक करके जवाब दूंगा। संसद में जो आरक्षण का प्रावधान है, वो अनुच्छेद 330 में है। इसी तरह से विधानसभा में आरक्षण के बारे में आर्टिकल 332 में है। ये रिजर्वेशन अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) को मिलता है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘अभी तीन कैटगरी के सांसद चुनकर आते हैं। इसमें सामान्य (ओबीसी सहित जनरल), दूसरा एससी और तीसरा एसटी है। इन तीनों कैटगरी में हमने 33 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिया है। अभी के संविधान संशोधन में अनुच्छेद 330ए और 332ए के माध्यम से महिला आरक्षण का प्रावधान रखा है।’

अमित शाह ने कहा, ‘पहले हम परिसीमन कमीशन को समझ लेते हैं। डिलिमिटेशन कमीशन हमारे देश की चुनावी प्रक्रिया को निर्धारित करने वाली इकाई और कानूनी प्रावधान है। इसकी नियुक्ति क्वासी ज्यूडिशियल प्रोसिडिंग के जरिए होती है। इसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज करते हैं। इसके अंदर चुनाव आयुक्त के एक प्रतिनिधि, कई संस्थाओं के प्रतिनिधि और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि होते हैं।’

सीटों के आरक्षण पर राहुल गांधी और ओवैसी की चुटकी ली

उन्होंने कहा, ‘एक तिहाई सीटों को रिजर्व करना है तो इसे कौन तय करेगा? हम करेंगे और संयोग से वायनाड सीट रिजर्व हो गई तो आप कहेंगे कि राजनीति के कारण किया गया है। हैदराबाद सीट रिजर्व हो गई तो ये ही बात ओवैसी साहब कहेंगे।’ दरअसल वायनाड से राहुल गांधी और हैदराबाद से असदुद्दीन ओवैसी सांसद हैं।

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