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अमित शाह का ‘‘इंडिया’’ गठबंधन पर प्रहार, कहा- पीओके भारत का है, रहेगा और उसे लेकर रहेंगे

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सीतामढी/मधुबनी, 16 मई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी ‘‘इंडिया’’ गठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का है, रहेगा और उसे लेकर रहेंगे। बिहार के सीतामढ़ी और मधुबनी में राजग उम्मीदवारों के पक्ष में अलग-अलग रैलियों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘ये कांग्रेस वाले, ये फारूक अब्दुल्ला हमें डराते हैं कि पीओके मत मांगिए, उनके पास (पाकिस्तान के पास) एटम बम है। अरे राहुल बाबा, आपको डरना है तो डरिए पाकिस्तान से, एटम बम से, यह 140 करोड़ (लोगों) का महान भारत है, वह किसी से नहीं डरता। मैं आज सीता माता की धरती पर कहकर जाता हूं, पीओके भारत का है, रहेगा और वह हम लेकर रहेंगे।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस पार्टी और लालू एंड कंपनी ने 70 साल तक अनुच्छेद 370 को एक बच्चे की तरह गोदी में खिलाती रही। आपने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, उन्होंने पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया । लालू बाबा और राहुल जी कहते थे, 370 मत हटाओ, वहां खून की नदियां बह जाएंगी । पांच साल हो गए, खून की नदियां छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है।’’

शाह ने कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन वालों का कुछ होना नहीं है। पर मान लीजिए, वे स्वप्न में भी जीत जाते हैं। वैसे जीतेंगे तो नहीं, मोदी जी ही 400 पार कराने वाले हैं । मगर जीत गए तो उनका प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार कौन होगा । ममता बनर्जी बन सकती हैं क्या, लालू जी बन सकते हैं क्या, स्टालिन बन सकते हैं क्या, शरद पवार जी बन सकते हैं क्या, जब इंडिया गठबंधन वालों से पूछा गया कि आपका प्रधानमंत्री (पद) का प्रत्याशी कौन है तो उन्होंने कहा, बारी-बारी एक-एक साल बनेंगे। अरे यह परचून की दुकान है क्या कि भागीदारी पीढ़ी दर पीढ़ी चलेगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश को एक मजबूत प्रधानमंत्री चाहिए जो उसे सभी खतरों से बाहर निकाल ले। कोरोना जैसी महामारी आ जाए तो देश का नेतृत्व करे। देश को अगर हर संकट से कोई बचा सकता है तो वह मोदी जी बचा सकते हैं ।’’ शाह ने आरोप लगाया, ‘‘कोरोना महामारी के वक्त तेजस्वी और राहुल बाबा कह रहे थे कि ये मोदी टीका है, मत लीजिए। ये तो अच्छा है कि बिहार वाले राहुल बाबा की सुनते नहीं हैं, सबने टीका लगा लिया।’’

उन्होंने राजद पर कांग्रेस की गोद में बैठ जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने मंडल आयोग की सिफारिशों का विरोध किया और 1955 के काकासाहेब कालेलकर आयोग की रिपोर्ट में देरी की। यह आयोग सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों की स्थितियों की जांच के लिए गठित किया गया था।

शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने 60 साल तक देश पर शासन किया लेकिन 60 करोड़ ओबीसी के कल्याण के बारे में नहीं सोचा। कांग्रेस और राजद ने कभी भी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के बारे में नहीं सोचा… यह केवल मोदी जी ने किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने अभी-अभी कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न का सम्मान दिया। कर्पूरी ठाकुर जी ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के दलितों, वंचितों, आदिवासियों, पिछड़ों, माताओं और किसानों की आवाज बुलंद करने का काम किया। नरेन्द्र मोदी जी देश के सबसे पहले अति पिछड़े प्रधानमंत्री हैं।’’

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