नई दिल्ली, 4 जुलाई। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 102वें अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर शनिवार (6 जुलाई) को गुजरात की राजधानी गांधीनगर में ‘सहकार से समृद्धि’ सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सहकारिता मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस – 2024 के उपलक्ष्य में इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
‘सहकारिता सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करती है‘
सहकारिता मंत्रालय के अनुसार अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस दुनियाभर में सहकारी आंदोलन का वार्षिक उत्सव है। यह 1923 से अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA) द्वारा जुलाई महीने के पहले शनिवार को मनाया जाता है। संयोगवश, अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस इस बार छह जुलाई को मनाया जाएगा, जो केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय का तीसरा स्थापना दिवस भी है। 102वें अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस की थीम है – ‘सहकारिता सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करती है।’
सम्मेलन के दौरान कई योजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे शाह
मंत्रालय ने बताया कि सम्मेलन के दौरान गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार की एजीआर-2 योजना के तहत किसानों द्वारा नैनो-उर्वरक की खरीद पर 50% सहायता योजना का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही वह कार्यक्रम में ही तीन किसानों को इसके लिए भुगतान कर योजना का शुभारम्भ करेंगे। वह नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) द्वारा उत्पादित ‘भारत ऑर्गेनिक आटा’ भी लॉन्च करेंगे।
सहकारिता मंत्री छह जुलाई को ही बनासकांठा में चांगड़ा मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड का दौरा करेंगे। इसके अलावा वह माइक्रो-एटीएम पर RuPay किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से दूध उत्पादकों द्वारा किए गए लेन-देन की भी समीक्षा करेंगे। इसी क्रम में शाह महिला दूध उत्पादकों के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज योजना के तहत केसीसी-पशुपालन कार्ड भी जारी करेंगे।
अमित शाह गृहराज्य के दौरे के बीच पंचमहल जिले में भी जाएंगे, जहां वे अंगड़िया अर्थक्षम सेवा सहकारी मंडली का दौरा करेंगे और आसपास के सहकारी सदस्यों के साथ विस्तृत बातचीत करेंगे। वह आशापुर छारिया दूध सहकारी समिति जाएंगे, जहां वे अन्य चीजों के अलावा डेयरी के कामकाज की समीक्षा करेंगे। पंचमहल में गुजरात के संदर्भ में सहकारिता मंत्रालय की विभिन्न महत्वपूर्ण पहलों पर समीक्षा बैठक होगी, जिसकी अध्यक्षता शाह करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र ने 2025 को घोषित कर रखा है अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष
उल्लेखनीय है कि सहकारिता मंत्रालय ने बहुत ही कम समय में सहकारी क्षेत्र में 54 से अधिक पहल की हैं। यह सम्मेलन देश के साथ-साथ दुनियभार में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा। यह अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2024 की थीम को और मजबूत करने में भी मदद करेगा, जिसमें अमित शाह ‘सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने’ के लिए सहकारी समितियों के साथ संवाद शुरू करेंगे। यह सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पिछले माह संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष (IYC2025) घोषित किया गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘सहकार से समृद्धि’ के मंत्र को साकार करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।