पटना, 11 अक्टूबर। लोकनायक जय प्रकाश नारायण की 120वीं जयंती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बिहार के सारण जिले में उनके पैतृक गांव सीताब दियारा में जेपी की 15 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को भी संबोधित किया।
अमित शाह ने अपने संबोधन में जेपी आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि जयप्रकाश नारायण का सबसे बड़ा योगदान तब था, जब उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ और सत्ता के नशे में चूर एक सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया, जिसने 70 के दशक में आपातकाल लगाया।
जेपी के ही आंदोलन से गुजरात में भी बदल गई थी सरकार
शाह ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि 1973 में, इंदिरा जी के नेतृत्व में, गुजरात में कांग्रेस की सरकार थी, जिसमें चिमन पटेल मुख्यमंत्री थे। इंदिरा जी ने सार्वजनिक रूप से सरकारों को पैसा इकट्ठा करने का काम दिया, भ्रष्टाचार शुरू हुआ। गुजरात में छात्रों ने विरोध किया और इस आंदोलन का नेतृत्व जयप्रकाश नारायण ने किया। इसने गुजरात में सरकार बदल दी।
माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah जी के साथ 'भारत रत्न' जयप्रकाश नारायण (जेपी) के गांव सिताब दियारा, बिहार में उनकी प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में… https://t.co/f8ugC9Ya1I
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 11, 2022
जेपी आंदोलन से परेशान होकर इंदिरा गांधी ने देश में लगाया था आपातकाल
गृह मंत्री ने कहा, ‘इसके बाद जय प्रकाश नारायण ने बिहार में एक आंदोलन शुरू किया। इस आंदोलन को देखकर बिहार के गांधी मैदान में रैली करने वाली इंदिरा गांधी परेशान हो गईं। देश के पीएम को देश में आपातकाल लगाने और जयप्रकाश नारायण को जेल में डालने के लिए मजबूर किया गया।’
समारोह को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया। इसके पूर्व सीएम योगी ने वाराणसी में बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अमित शाह का स्वागत किया था। वह गृह मंत्री के साथ ही सिताब दियारा आए।
उल्लेखनीय है कि शाह का बिहार में यह 20 दिनों के भीतर दूसरा दौरा है। इससे पहले वह 22 और 23 सितम्बर को सीमांचल में आए थे, जहां पर उन्होंने महागठबंधन की सरकार पर हमला बोला था।