नई दिल्ली, 25 नवंबर। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पूर्वोत्तर राज्यों में शांति और ढांचागत विकास केंद्र सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। शाह ने गुरुवार को यहां पूर्वोत्तर के सशक्तिकरण पर भारतीय वाणिज्य परिसंघ (आईसीसी) के वार्षिक सत्र एवं एजीएम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए संबोधित कर रहे थे।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 के बाद 50 से अधिक बार पूर्वोत्तर की यात्रा की है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य तीन सिद्धान्तों – सहानुभूति, सशक्तिकरण और सक्षम के साथ समृद्ध होंगे।
पूर्वोत्तर के विकास को मजबूती देने के लिए निवेश करने का समय आ गया है
शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर में राजनीतिक स्थिरता और शांति बनी हुई है और सभी राज्य सरकारों ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि वहां चुनाव शांतिपूर्ण हुए हैं। पूर्वोत्तर राज्यों की सभी राजधानियों को हवाई सम्पर्क से जोड़ा गया है और ईटानगर में नया हवाई अड्डा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर को सशक्त बनाने और वहां विकास को मजबूती देने के लिए निवेश करने का समय आ गया है।
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों पर ध्यान दिया जा रहा
गृह मंत्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पूर्वोत्तर राज्यों पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार जैविक उत्पादों को बढावा दे रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि निकट भविष्य में पूर्वोत्तर जैविक खाद्यान के व्यापार के लिए बहुत बडा केंद्र बन जाएगा।
शाह ने पूर्वोत्तर के विकास के लिए काम करने का भारतीय वाणिज्य परिसंघ का आह्वान करते हुए कहा कि अगले एक-दो वर्षों में बांग्लादेश रेल और सडक के जरिए पूर्वोत्तर राज्यों के साथ जुड़ जाएगा।