देहरादून, 21 अक्टूबर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को उत्तराखंड में बारिश के चलते आई आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और इस दौरान हुई जान-माल के नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से चेतावनी जारी किए जाने से संबंधित एजेंसियां पहले ही सतर्क हो गई थीं और इसी सतर्कता के वजह से राज्य में नुकसान कम हुआ।
चार धाम की यात्रा की फिर हुई शुरुआत
अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) के साथ उत्तराखंड के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के बाद एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी की।
Addressing media from Dehradun, Uttarakhand. https://t.co/mnXKaXuFr5
— Amit Shah (@AmitShah) October 21, 2021
उन्होंने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में कहा, ‘मैंने उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा को लेकर राज्य और केंद्र के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। समय पर बारिश की चेतावनी के कारण नुकसान की सीमा को नियंत्रित किया जा सका। अब चार धाम यात्रा फिर से शुरू हो गई है।
राज्य में एक भी पर्यटक हताहत नहीं हुआ
गृह मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में भारी बारिश से अब तक कोई पर्यटक हताहत नहीं हुआ है। 3,500 से अधिक लोगों को बचाया गया और 16,000 से अधिक एहतियाती निकासी की गई। राहत एवं बचाव अभियान में एनडीआरएफ की 17 टीमों, एसडीआरएफ की सात टीमों और पीएसी की 15 कम्पनियों के अलावा 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
64 लोगों की मौत, अब भी 11 से ज्यादा लापता
अमित शाह ने यह भी जानकारी दी कि इस आपदा में अब तक 64 लोगों की मौत हुई जबकि 11 से ज्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। दो लापता ट्रेकिंग टीमों में से एक का पता लगा लिया गया है।
राज्य के 80% हिस्से में मोबाइल नेटवर्क बहाल
उन्होंने बताया कि नैनीताल, अल्मोड़ा, हल्द्वानी में सड़कें साफ कर दी गई हैं। विद्युत केंद्रों का परिचालन जल्द ही फिर से शुरू कर दिया जाएगा। इसी क्रम में राज्य के 80% हिस्से में मोबाइल नेटवर्क बहाल हो गए हैं।