नई दिल्ली, 6 दिसम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के संबंध में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान अपना मंतव्य रखते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश में इस बात को सुनिश्चित किया है कि भारत में केवल ‘एक झंडा और एक संविधान’ का प्रावधान हो।
अमित शाह ने शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन के पटल पर जोर देकर कहा, “देश में ‘एक झंडा, एक प्रधानमंत्री, एक संविधान’ की अवधारणा कोई राजनीतिक नारा नहीं है बल्कि भारतीय जनता पार्टी इसे सिद्धांत मानती है और इसमें दृढ़ता के साथ विश्वास करती है। इसलिए हमने अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर से समाप्त किया।”
एक देश में एक निशान, एक विधान और एक प्रधान ही होना चाहिए और ये हमने करके दिखाया है… pic.twitter.com/aW4FQt67ZD
— Amit Shah (@AmitShah) December 5, 2023
तृणमूल सांसद सौगत रॉय की टिप्पणी का जवाब दे रहे थे शाह
शाह लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें सांसद रॉय ने कहा कि भाजपा ने इस देश में ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ का राजनीतिक नारा दिया था। इस पर गृहमंत्री शाह ने आश्चर्य जताया कि भला एक देश में दो प्रधानमंत्री दो संविधान और दो झंडे कैसे हो सकते हैं।
‘पूरा देश चाहता था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किया जाए’
अमित शाह न लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि तृणमूल सांसद सौगत रॉय द्वारा की गई टिप्पणियां सर्वथा ‘आपत्तिजनक और अनुचित’ हैं। उन्होंने कहा, ‘जिसने भी देश में दो विधान और संविधान का नियम बनाया, वो गलत था। नरेंद्र मोदी ने इसे सही किया है। आपकी सहमति या असहमति कोई मायने नहीं रखती। पूरा देश चाहता था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किया जाए।’
उन्होंने कहा, “एक बात एकदम स्पष्ट है कि ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ कोई चुनावी नारा नहीं था। हम 1950 से कहते आ रहे हैं कि एक देश में दो नहीं बल्कि एक प्रधानमंत्री, एक झंडा और एक संविधान होना चाहिए और हमने ऐसा किया है।”