नई दिल्ली, 7 जून। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने पर अड़े देवेंद्र फडणवीस को यह कहते हुए मना लिया है कि नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह तक वह अपने पद पर बने रहें। उसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्यों की संख्या 23 से घटकर नौ रह जाने के बाद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी थी। उन्होंने कहा था कि वह डिप्टी सीएम का पद छोड़ना चाहते हैं ताकि इसी वर्षांत प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले पूरी तरह पार्टी के कामकाज पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फडणवीस ने गुरुवार को अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की और इस्तीफा देने के अपने फैसले की पुष्टि की। इस दौरान शाह ने फडणवीस से कहा कि नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह तक अपने पद पर बने रहें और उसके बाद आगे की चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा हैं। अविभाजित शिवसेना और भाजपा ने 2019 में राज्य की 48 में से 41 सीटें जीती थीं, लेकिन महाराष्ट्र में महायुति कहलाने वाले नए गठबंधन को इस बार केवल 17 सीटें ही मिल पाईं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) से मिलकर बनी महा विकास अघाड़ी (MVA) ने 30 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की है। चुनाव में जीते इकलौते निर्दलीय ने भी एमवीए को समर्थन दे दिया है।
फडणवीस ने मतगणना के एक दिन बाद बुधवार को ही इस्तीफे की पेशकश की थी और उसके बाद से कई भाजपा नेताओं ने उनसे बात की है। गुरुवार को एनडीए की बैठक के बाद, भाजपा नेताओं ने राज्य में गठबंधन के प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए उप मुख्यमंत्री अजित पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक की। सूत्रों ने कहा कि इस दौरान फडणवीस के इस्तीफे का विषय भी उठा।
इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने शाह से उनके आवास पर मुलाकात की, जहां गृह मंत्री ने उनसे महाराष्ट्र सरकार के लिए काम करना जारी रखने और राज्य में भाजपा को पुनर्जीवित करने की योजना तैयार करने को कहा। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर के आसपास होने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक, शाह ने फडणवीस से कहा, ‘अगर आप इस्तीफा देते हैं, तो इससे भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल प्रभावित होगा। इसलिए अभी इस्तीफा न दें।’ शाह ने उनसे यह भी कहा कि वे नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के बाद इस्तीफे पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
वहीं फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि चुनावी हार गठबंधन की सामूहिक जिम्मेदारी है और वह अपने डिप्टी से बात करेंगे। शिंदे ने कहा, ‘मैं जल्द ही देवेंद्र जी से बात करूंगा।’ शिंदे ने कहा कि फडणवीस इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और महायुति की हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी।