पलामू, 9 नवम्बर। झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की मतदान तिथि (13 नवम्बर) नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है। इस क्रम में शनिवार को भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता अपने-अपने गठबंधन के लिए वोट मांगने मैदान में उतरे।
कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने महागठबंधन का मोर्चा संभाला तो दूसरी ओर एनडीए की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूरे फॉर्म में नजर आए। अमित शाह ने पलामू जिले के छतरपुर में झामुमो के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने साथ ही साफ कर दिया कि अल्पसंख्यकों को आरक्षण किसी भी कीमत पर नहीं दिया जाएगा।
झारखंड के हर गाँव, हर शहर में सिर्फ भाजपा की ही गूँज है। छतरपुर की जनसभा में बहनों-भाइयों से संवाद कर रहा हूँ। https://t.co/jvYro1gQRU
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2024
राहुल ने नकली संविधान लहराकर बाबा साहेब व संविधान सभा का अपमान किया
अमित शाह ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान का मजाक बनाकर रख दिया है। राहुल गांधी हाथ में संविधान पकड़कर लहराते हैं, दो दिन पहले उनकी पोल खुल गई। उसमें कोरे कागज थे। वह संविधान का मखौल न उड़ाएं। यह आस्था और विश्वास का सवाल है। राहुल ने नकली संविधान लहराकर बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान सभा का अपमान किया।
अल्पसंख्यकों को आरक्षण किसी भी कीमत पर नहीं दिया जाएगा
शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी को मुस्लिम संगठनों के लोगों ने एक पत्र सौंपकर 10 फीसदी आरक्षण देने की मांग की। इस पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, ‘राहुल गांधी जी, आपके मन में जो भी षड्यंत्र चल रहा हो। एक बात कान खोलकर सुन लो कि जब तक भाजपा है, तब तक अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं मिलेगा, नहीं मिलेगा, नहीं मिलेगा।
कांग्रेस जब-जब शासन में आई, पिछड़ों के साथ अन्याय किया
भाजपा नेता ने कांग्रेस को पिछड़ा विरोधी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस जब-जब शासन में आई, पिछड़ों के साथ अन्याय किया। 1950 में काका कालेलकर कमीशन बना, जिसकी रिपोर्ट कांग्रेस सरकारों ने रद कर दी। पिछड़ों को आरक्षण देने के लिए मंडल कमीशन बना। लेकिन इंदिरा और राजीव गांधी ने इसे भी वर्षों तक टालकर रखा। 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो पिछड़ा वर्ग कमीशन को संवैधानिक दर्जा मिला। जिससे केंद्र की सभी नौकरियों व परीक्षाओं में पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।
झारखंड में JMM सरकार ने जनजातीय संस्कृति और विरासत का अपमान कर सत्ता के लालच में घुसपैठियों को बढ़ावा दिया। प्रदेशवासी हेमंत सोरेन की तुष्टीकरण की दुकान पर परमानेंट ताला लगाने वाले हैं और मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को लाने वाले हैं। छतरपुर जनसभा में कमल खिलाने का आह्वान किया। pic.twitter.com/j4XjfhfgUp
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उन्होंने सवाल किया कि यदि मुसलमानों को झारखंड में आरक्षण दिया जाता है तो किसका आरक्षण कम होगा? इसके लिए पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासियों के आरक्षण में कटौती होगी। उन्होंने कहा, ‘ये कांग्रेस वाले दलितों, पिछड़ा वर्ग और आदिवासियों का आरक्षण काटकर मुसलमानों को देना चाहते हैं। हम इसको नहीं होने देंगे।’
‘हमारे संविधान में कहीं भी धर्म के आधार पर आरक्षण का स्थान नहीं‘
अमित शाह शाह ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी सिर्फ आरक्षण और संविधान की बात करती है। मैं बताना चाहता हूं कि हमारे संविधान में कहीं भी धर्म के आधार पर आरक्षण का स्थान नहीं है। संविधान में लिखा है कि किसी धर्म विशेष को कभी आरक्षण नहीं दे सकते।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सांसद के घर से 300 करोड़ से ज्यादा रुपये पकड़े गए, जिसे गिनने के लिए आईं मशीनें तक थक गईं। यह रुपया आपका है। झारखंड के युवाओं व गरीबों का है, जिसे कांग्रेसी खा गए।
वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्रमुख व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि आप जो घुसपैठ होने देते हों, वो वोटबैंक के लिए होने देते हो। आपकी नौकरी घुसपैठिए खा रहे हैं। रोटी-माटी और बेटी तीनों की सुरक्षा भाजपा करेगी।’