नई दिल्ली, 19 अगस्त। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमावर्ती राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रहे जनसांख्यिकी बदलावों पर बारीकी से नजर रखने को कहा है। वह राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति पर दो दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
सभी राज्यों को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडे मुद्दों को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए
अमित शाह ने पुलिस महानिदेशकों से कहा कि उनके राज्य में, विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में, सभी तकनीकी और रणनीतिक सूचनाएं एकत्र करने की उनकी जिम्मेदारी है। सभी राज्यों को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडे मुद्दों को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए और इनके प्रति एकजुट काररवाई करनी चाहिए।
आतंकवाद, उग्रवादी गुटों और वाम उग्रवाद से निबटने में बड़ी कामयाबी मिली है
गृह मंत्री शाह ने कहा कि देश ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, पूर्वोत्तर में विभिन्न उग्रवादी गुटों और वाम उग्रवाद से निबटने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में अनेक नए कानून लागू किए गए हैं, राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाया गया है, बजट आवंटन में बढ़ोतरी की गई है और इस दिशा में प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग किया गया है।
सुरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए 5-जी प्रौद्योगिकी के अधिकतम उपयोग पर बल
अमित शाह ने कहा कि देश में पहली बार राष्ट्रीय स्वचालित फिंगर प्रिंट पहचान प्रणाली के रूप में नई व्यवस्था विकसित की गई है। केंद्र सरकार पहली बार विभिन्न प्रकार के अपराधों का वैज्ञानिक आधार पर डेटाबेस तैयार कर रही है। उन्होंने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए 5-जी प्रौद्योगिकी के अधिकतम उपयोग पर बल दिया।
दो दिवसीय सम्मेलन में आतंकवाद और कट्टरवाद से निबटने, माओवादी चुनौतियों, क्रिप्टोकरेंसी, ड्रोन प्रौद्योगिकी, साइबर और सोशल मीडिया निगरानी और मादक पदार्थों की तस्करी जैसी समस्याओं पर भी चर्चा हुई।