इंफाल, 1 जून। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर दौरे पर हैं। इस दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने एलान किया कि मणिपुर हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा। साथ ही सीबीआई द्वारा भी हिंसा की घटनाओं की जांच की जाएगी। गृह मंत्री ने कहा कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच होगी।
लोगों से हथियार जमा करने की अपील, कॉम्बिंग में पकड़े गए तो होगी काररवाई
अमित शाह ने पीड़ितों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया, जिनमें से 5 लाख केंद्र सरकार और पांच लाख राज्य सरकार द्वारा दिए जाएंगे। गृह मंत्री ने लोगों से अपील की कि जिनके पास हथियार हैं, वो हथियार पुलिस के पास जमा कर दें। कल से पुलिस कॉम्बिंग करेगी और कॉम्बिंग के दौरान जिन लोगों के पास हथियार मिलेंगे, उनके खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी। राज्य में शांति बहाली के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति का भी गठन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न नागरिक संगठनों के लोगों को भी शामिल किया जाएगा।
गृह मंत्री के दौरे के बीच राज्य में फिर भड़की हिंसा
वहीं अमित शाह के दौरे के बीच ही राज्य में फिर हिंसा भड़क गई। दरअसल कुकी उग्रवादियों के साथ गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना बिशनुपुर जिले की है। घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबर के अनुसार, पुलिस और उग्रवादियों के बीच गोलीबारी बुधवार रात को तांगजेंग इलाके में खुंबी पुलिस स्टेशन में हुई। साथ ही इंफाल पूर्व के चानुंग इलाके में भी भारी गोलीबारी की खबर है।
हालांकि वहां किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इससे पहले बुधवार को अमित शाह ने कहा कि सरकार राज्य में शांति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही लोगों की सुरक्षित घर वापसी की सुनिश्चित की जाएगी। अमित शाह ने राहत कैंपों में रह रहे मैती और कुकी जनजाति के लोगों से भी मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिया कि सरकार सभी को सुरक्षा देने पर फोकस कर रही है ताकि वह लोग अपने-अपने घर लौट सकें।