Site icon hindi.revoi.in

अमित शाह का आरोप – ‘बांग्लादेशी घुसपैठिए कांग्रेस के लिए वोट बैंक’

Social Share

बोरदुवा (असम), 29 दिसम्बर। चुनावी राज्य असम के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि वह बांग्लादेशी घुसपैठियों को अपना वोट बैंक मानती है।

अमित शाह ने नागांव जिले के बोरदुवा (बटद्रवा) में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित कांग्रेस को बांग्लादेशी घुसपैठियों का रक्षक बताया। उन्होंने साथ ही कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने की उसकी पॉलिसी ने असम के मूल निवासियों, उनकी पहचान और उनकी पुरखों की जमीनों को खतरा पैदा कर दिया है।

पूरे भारत में अवैध प्रवासियों की पहचान की जाएगी

शाह ने कहा कि केंद्र न केवल असम से बल्कि पूरे भारत से भी पड़ोसी देश से आने वाले सभी अवैध अप्रवासियों की पहचान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल असम के लोगों की सांस्कृतिक पहचान की सुरक्षा सुनिश्चित की है बल्कि राज्य के हर तरह के विकास पर भी ध्यान दिया है।

अमित शाह ने इस दौरान वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान, बटद्रवा थान के 227 करोड़ रुपये के पुनर्विकास परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक मौका है कि श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान को ‘अतिक्रमण से मुक्त’ कर दिया गया है। इस क्रम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की नेतृत्व वाली असम सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों से एक लाख बीघा से ज्यादा जमीन मुक्त कराया है।

‘असम को घुसपैठियों से मुक्त बनाने के लिए भाजपा को और 5 वर्ष दीजिए’

गौरतलब है कि असम में 2026 की शुरुआत में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए शाह ने लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील करने का मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने रैली में लोगों से कहा, ‘असम को घुसपैठियों से मुक्त बनाने के लिए भाजपा को और पांच साल दीजिए। हम न सिर्फ असम से बल्कि पूरे भारत से भी सभी बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करेंगे।’

पूर्वोत्तर का ग्रोथ इंजन बन गया है असम

शाह ने आगे कहा कि शंकरदेव ने ‘एक भारत’ का नारा दिया था, जिसका अब प्रधानमंत्री मोदी पालन कर रहे हैं। इस बात पर जोर देते हुए कि असम पूर्वोत्तर का ग्रोथ इंजन बन गया है और इस इलाके को विकास की ओर ले जा रहा है, शाह ने बताया कि इन 11 वर्षों में पीएम मोदी ने 80 बार पूर्वोत्तर इलाकों का दौरा किया। इनमें 36 बार वह असम आए हैं, जिससे पता चलता है कि भाजपा सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर ध्यान दे रही है।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने असम में शांति और विकास पक्का करने के लिए कदम उठाए हैं, जो सिर्फ कागज पर नहीं बल्कि हकीकत है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों में भाजपा सरकार ने राज्य में अलग-अलग मिलिटेंट ग्रुप के साथ शांति समझौते किए हैं और इन समझौतों के 92 प्रतिशत क्लॉज पूरे किए गए हैं।

Exit mobile version