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‘द कश्मीर फाइल्स’ पर बढ़ते विवादों के बीच फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को दी गई ‘वाई’ कैटेगरी सुरक्षा

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नई दिल्ली, 18 मार्च। केंद्र सरकार ने हालिया रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर बढ़ते विवादों के बीच फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री को ‘वाई’  कैटेगरी की सुरक्षा उपलब्ध कराई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो के थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने यह सुरक्षा विवेक को दी है। इसका मतलब है कि पूरे भारत में विवेक अग्निहोत्री जहां भी जाएंगे, उनके साथ सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहेंगे।

वाई कैटेगरी की सुरक्षा में कुल आठ सुरक्षाकर्मी शख्स की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाते हैं। जिस वीआईपी को सुरक्षा दी जाती है, उसके घर पर पांच आर्म्ड स्टैटिक गार्ड लगाए जाते हैं। साथ ही तीन शिफ्ट में तीन पीएसओ सुरक्षा प्रदान करते हैं।

एक हफ्ते में फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 100 करोड़ के करीब

गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में 90 के दशक में आतंकवाद के चरम पर होने के दौरान कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन पर आधारित फिल्म को अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है। देश के कई राज्यों में इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है और रिलीज डेट 11 मार्च से अब तक इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन लगभग 100 करोड़ तक जा पहुंचा है।

फिल्म को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है

इस फिल्म पर सियासत भी गरमाई हुई है। नेता-राजनेता जहां बयानबाजी कर रहे हैं वहीं कई लोग इस फिल्म का विरोध भी कर रहे हैं। ऐसे में विवेक अग्निहोत्री और अनुपम खेर सहित फिल्म के अन्य एक्टर्स को काफी कुछ सुनने को भी मिल रहा है।

केंद्र सरकार की इसलिए भी आलोचना हो रही है कि वह किसी एक व्यावसायिक फिल्म को राजनीतिक कारणों से तवज्जो दे रही है। इसके अलावा, फिल्म की संवेदनशील राजनीतिक प्रकृति और तथ्यों की अशुद्धि/जान बूझकर गलत बयानी के आरोपों के कारण सरकार पर प्रचार में लिप्त होने का भी आरोप लगाया जा रहा है।

नाना पाटेकर बोले – बेवजह बखेड़ा खड़ा करना गलत

इस बीच ख्यातिनाम एक्टर नाना पाटेकर ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ विवाद पर कहा कि बेवजह बखेड़ा खड़ा करना गलत बात है। उन्होंने कहा कि भारत के हिन्दू और मुस्लिम को एक दूसरे की जरूरत है। सभी को अमन और शांति से रहने की जरूरत है। ऐसे में एक फिल्म की वजह से इतना बड़ा विवाद खड़ा होना सही बात नहीं है। फिल्म की वजह से समाज के दो टुकड़े हों, ऐसे समाज में दरारें डालना ठीक नहीं है।