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ट्रंप टैरिफ से उपजी तनातनी के बीच भारत और अमेरिका ने असैन्य परमाणु सहयोग सहित कई मुद्दों पर की चर्चा

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नई दिल्ली, 26 अगस्त। भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करने सहित व्यापार और निवेश, महत्वपूर्ण खनिजों और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की है। ‘टू प्लस टू’ अंतरसत्रीय वार्ता के ढांचे के तहत सोमवार को डिजिटल तरीके से हुई वार्ता व्यापार और शुल्क पर ट्रंप प्रशासन की नीतियों को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों में उपजे तनाव की पृष्ठभूमि में हुई।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्ष रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए तत्पर हैं, जिसमें भारत-अमेरिका प्रमुख रक्षा साझेदारी के लिए एक नए 10-वर्षीय ढांचे पर हस्ताक्षर करना, साथ ही रक्षा औद्योगिक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ाना शामिल है।

मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों पक्षों ने 21वीं सदी और उसके आगे के लिए भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट (सैन्य साझेदारी, त्वरित वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के लिए अवसरों को बढ़ाना) के तत्वावधान में इन क्षेत्रों में हुई प्रगति को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।’

बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने ‘क्वाड’ के माध्यम से एक सुरक्षित, मजबूत और अधिक समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। वार्ता का समापन इस बात के साथ हुआ कि दोनों पक्षों ने इस सार्थक बैठक के लिए सराहना व्यक्त की तथा द्विपक्षीय संबंधों की व्यापकता और गहराई को इस प्रकार बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की, जिससे भारत और अमेरिका के लोगों को लाभ हो।

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