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अमेरिका ने गाजा के रफह शहर पर हमले को लेकर जताई चिंता, इजराइल को गोला बारूद की आपूर्ति रोकी

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वॉशिंगटन, 8 मई। अमेरिका ने उसकी इच्छा के विपरीत गाजा के रफह शहर पर बड़े पैमाने पर हमले को लेकर चिंता जताई है। इसी क्रम में उसने इजराइल को गोला बारूद की खेप की आपूर्ति रोक दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

3500 बमों की आपूर्ति की जानी थी

अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि खेप में 2000 पाउंड वजन (900 किलोग्राम) के 1800 बम और 500 पाउंड वजनी (225 किलोग्राम) 1700 बम भेजे जाने थे। अधिकारी के अनुसार अमेरिका ने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि कैसे इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटकों का इस्तेमाल घनी आबादी वाले क्षेत्र में किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि चरमपंथी हमास द्वारा पिछले वर्ष सात अक्टूबर को इजराइल पर घातक हमला किए जाने के जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी पर आक्रमण शुरू कर दिया था, जिसके बाद से 10 लाख से अधिक नागरिकों ने रफह में शरण ले रखी है।

अमेरिका ने ऐतिहासिक रूप से इजराइल को भारी मात्रा में सैन्य सहायता मुहैया कराई है। हमास के सात अक्टूबर के हमले के बाद इसमें काफी तेजी देखी गई। हमास के हमले में इजराइल में लगभग 1,200 लोगों की जान चली गई थी और लगभग 250 लोगों को चरमपंथियों ने बंधक बना लिया था।

इजराइल व बाइडेन प्रशासन के बीच गतिरोध खुलकर सामने आया

गोला बारूद की खेप को रोकने से इजराइल के प्रधानमंत्री फिलहाल बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के बीच बढ़ता गतिरोध और खुलकर सामने आया गया है। बाइडेन ने इजराइल से गाजा में निर्दोष नागरिकों की रक्षा के लिए और अधिक उचित कदम उठाने का आह्वान किया था।

वहीं, बाइडन प्रशासन इस हफ्ते इस बात पर फैसला दे सकता है कि क्या इजराइल द्वारा गाजा में हवाई हमला और उस तक सहायता सामग्री न पहुंचने देने में अंतरराष्ट्रीय और अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन हुआ है, जो नागरिकों को युद्ध की भीषणता से बचाने के लिए बनाए गए हैं।

ह्वाइट हाउस की ओर से कई महीने तक आपत्ति दर्ज कराए जाने के बावजूद इजराइली सरकार रफह पर आक्रमण की तैयार करती रही, जिसके बाद अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने इजराइल को भविष्य में सैन्य सहायता भेजने की समीक्षा शुरू कर दी थी। अधिकारी ने बताया कि गोला बारूद की खेप की आपूर्ति रोकने का निर्णय पिछले सप्ताह लिया गया। हालांकि खेप निकट भविष्य में इजराइल को भेजी जाएगी या नहीं, इस पर निर्णय नहीं लिया गया है।

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