चंडीगढ़, 13 जनवरी। सामान्यतः देखा जाता है कि सड़कों में उभरे गड्ढे हादसे का सबब बनते हैं और अकसर इन गड्ढों के कारण होने वाले हादसे में व्यक्ति की मौत तक हो जाती है। लेकिन हरियाणा में बीते गुरुवार को चमत्कार ही हो गया, जब एक गड्ढे ने किसी मृत व्यक्ति को जीवन प्रदान कर दिया।
दरअसल, डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए गए 80 वर्षीय दर्शन सिंह बराड़ का शव एम्बुलेंस से पटियाला से करनाल के पास उनके घर ले जाया जा रहा था, जहां शोक मनाने वाले रिश्तेदार इकट्ठा हुए थे और उनके अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर ली गई थी। लेकिन रास्ते में एम्बुलेंस एक गड्ढे से टकरा गई, जिससे वाहन जोरों से हिला और इसी बीच मृत व्यक्ति जिंदा हो उठा।
दर्शन सिंह बराड़ के परिजनों ने कुछ ऐसा ही दावा किया है। बराड़ के परिवार ने कहा कि उनके पोते ने, जो एम्बुलेंस में उनके साथ थे, उन्हें अपना हाथ हिलाते हुए देखा और दिल की धड़कन महसूस होने पर, एम्बुलेंस चालक को निकटतम अस्पताल में जाने के लिए कहा। वहां डॉक्टरों ने दर्शन सिंह को जीवित घोषित कर दिया।
हृदय रोग से पीड़ित दर्शन सिंह का अब करनाल के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। परिवार ने इस घटना को चमत्कार बताया है और अब लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
बराड़ के पोते में से एक, बलवान सिंह ने कहा कि बराड़ करनाल के पास निसिंग में रहते हैं, जहां एक पूरी कॉलोनी का नाम उनके नाम पर रखा गया है। बराड़ की तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं थी और बलवान सिंह के भाई उन्हें इलाज के लिए पटियाला में उनके घर के पास एक अस्पताल में ले गए।
बलवान ने कहा कि उनके दादा चार दिनों से वेंटिलेटर पर थे और गुरुवार सुबह डॉक्टरों ने कहा कि उनकी दिल की धड़कन बंद हो गई है। उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मौत की खबर से परिवार और रिश्तेदारों में मातम छा गया था। लेकिन अब उनके दोबारा जिंदा होने से परिवार में खुशियां लौट आई हैं।