जम्मू, 27 मार्च। केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर सरकार ने बाबा बर्फानी के भक्तों को दो वर्षों बाद तोहफा दिया है और इस वर्ष अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होने जा रही है। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में रविवार को हुई श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में इस आशय का फैसला किया गया।
43 दिनों तक चलने वाली यात्रा रक्षाबंधन को होगी समाप्त
उप राज्यपाल सिन्हा ने बताया कि 43 दिनों तक चलने वाली पवित्र तीर्थयात्रा 30 जून को शुरू होगी। यात्रा के दौरान सभी कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा। परंपरागत रूप से रक्षा बंधन के दिन यात्रा समाप्त होगी। बैठक में यात्रा को लेकर कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
गौरतलब है कि पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा रद करने का फैसला किया था। हालांकि, पवित्र गुफा में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा अमरनाथ का पूजना जारी थी, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा बंद रखी गई थी।
2 अप्रैल से शुरू होगा पंजीकरण
श्राइन बोर्ड ने बताया कि यात्रा पर जाने के लिए 2 अप्रैल से श्रद्धालुओं का पंजीकरण शुरू होगा। एक दिन में सिर्फ 20 हजार रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। इसके अलावा यात्रा के दिनों में निर्धारित काउंटरों पर ऑन स्पॉट पंजीकरण भी किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि बाबा अमरनाथ यात्रा का शिवलिंग गुफा में खुद ही अवतरित होता है और इसे बाबा बर्फानी के नाम से भी जाना जाता है। यह गुफा कश्मीर के अनंतनाग जिले में पड़ती है, जो श्रीनगर से करीब 135 किलोमीटर दूर है। बाबा अमरनाथ की गुफा समुद्र तल से 13,600 फुट की उंचाई पर मौजूद है।