Site icon Revoi.in

पेरिस ओलम्पिक : प्रथम प्रवेशी अमन सहरावत ने रचा इतिहास, 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में जीता कांस्य पदक

Social Share

पेरिस, 9 अगस्त। भारत के होनहार पहलवान अमन सहरावत ने शुक्रवार को यहां अपने पहले ही ओलम्पिक खेलों में इतिहास रच दिया, जब उन्होंने 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता और ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में देश के सबसे कम उम्र पदक विजेता बन गए।

ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में देश के सबसे कम उम्र पदक विजेता बने

दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम के प्रसिद्ध अखाड़े के पट्ठे अमन सहरावत ने 21 वर्ष व 24 दिन की उम्र में सबसे युवा ओलम्पिक पदक विजेता का भारतीय रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने पीवी सिंधु का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया, जिन्होंने रियो 2016 में 21 वर्ष एक माह व 14 दिन की वय में रजत पदक जीता था।

कांस्य पदक बाउट में प्यूर्टोरिको के डेरियन क्रूज पर दर्ज की एकतरफा जीत

चैंप-डी-मार्स एरिना में एशियाई चैम्पिन व हांगझू एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत ने कांस्य पदक मुकाबले में प्यूर्टोरिको के डेरियन क्रूज के खिलाफ 13-5 के प्रभावशाली स्कोर से एकतरफा जीत दर्ज की। बाउट के दौरान उन्होंने शुरुआत से ही आक्रामकता दिखाई और अपने प्रतिद्वंद्वी को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया।

अमन ने बाउट के पहले राउंड में 6-3 से बढ़त हासिल की, लेकिन दूसरे राउंड में भी भारतीय पहलवान अपने अटैकिंग अंदाज में दिखा। इसके बाद वह अपने बेहतरीन अटैक की बदौलत इस मुकाबले में पूरी तरह से हावी रहे, जिससे क्रूज को वापसी का कोई मौका नहीं मिला।

पेरिस 2024 में भारतीय पदकों की संख्या 6 तक पहुंची

सहरावत की इस सफलता के साथ पेरिस 2024 की कुश्ती स्पर्धाओं में भी भारत ने खाता खोल लिया और इसके साथ ही खेलों के मौजूदा संस्करण में भारतीय पदकों की संख्या अब छह हो गई, जिनमें एक रजत व पांच कांस्य पदक शामिल है। इसके पूर्व गुरुवार को टोक्यो 2020 के चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने भाला प्रक्षेप में रजत पदक जीता था, जो ओलम्पिक में उनका लगातार दूसरा पदक था जबकि पुरुष हॉकी टीम ने तीसरे स्थान के प्लेऑफ मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर लगातार दूसरी बार कांस्य जीता था।

देश को तीन अन्य कांस्य पदक निशानेबाजी में मिले हैं। उनमें मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल (सरबजोत सिंह के साथ) स्पर्धाओं में दो कांस्य पदक जीते जबकि स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में कांस्य पदक जीता।

सेमीफाइनल में अमन जापानी हिगुची के हाथों 0-10 से हारे थे

वैसे देखा जाए तो प्रथम प्रवेशी अमन सहरावत के लिए पदक का यह सफर आसान नहीं रहा। सेमीफाइनल में उन्हें रियो 2016 के रजत पदक विजेता और जापान के शीर्ष वरीयता प्राप्त पहलवान री हिगुची के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा था। उस मुकाबले में अमन को 0-10 से हार का सामना करना पड़ा, जिससे उनका स्वर्ण पदक का सपना टूट गया। लेकिन अमन ने हार से निराश होकर बैठने की बजाय, कांस्य पदक के लिए खुद को तैयार किया और पूरे जोश के साथ मैदान में उतरे।

सेमीफाइनल से पहले अमन ने क्वार्टरफाइनल में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव के खिलाफ 12-0 से बड़ी जीत हासिल की थी। इस मुकाबले में भी अमन का आक्रामक खेल और बेहतरीन तकनीक देखने को मिली। उन्होंने अल्बानियाई पहलवान को किसी भी तरह से मुकाबले में वापसी करने का मौका नहीं दिया और एकतरफा जीत दर्ज की। राउंड ऑफ 16 में भी अमन का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा। उन्होंने उत्तरी मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव को 10-0 से हराया।

ओलम्पिक कुश्ती में भारत के नाम आठवां पदक

दिलचस्प यह है कि ओलम्पिक कुश्ती में यह लगातार पांचवां संस्करण है, जब भारतीय पहलवानों ने कोई न कोई पदक जीता। वैसे ओलम्पिक कुश्ती में भारत अब तक दो रजत व छह कांस्य सहित कुल आठ पदक जीत चुका है। सुशील कुमार और रवि कुमार दहिया ने क्रमशः लंदन 2012 और टोक्यो 2020 में रजत पदक जीते थे। सहरावत के पहले अन्य पांच कांस्य पदक विजेता मल्ल केडी जाधव (हेलसिंकी 1952), सुशील कुमार (बीजिंग 2008), योगेश्वर दत्त (लंदन 2012), साक्षी मलिक (रियो 2016) व बजरंग पुनिया (टोक्यो 2020) हैं।

6 सदस्यीय भारतीय कुश्ती दल में अमन इकलौते पुरुष पहलवान

दरअसल, पेरिस 2024 ओलम्पिक में भारत ने छह पहलवान उतारे थे। इनमें इकलौते पुरुष पहलवान अमन सहरावत ही अब तक पदक जीत सके हैं। वही पांच महिला पहलवानों में विनेश फोगाट बेशक, 50 किग्रा वर्ग के ऐतिहासिक फाइनल में पहुंच चुकी थीं। लेकिन दुर्भाग्यवश निर्धारित से ज्यादा वजन होने के कारण वह अयोग्य घोषित कर दी गईं।

रितिका हुड्डा आज 76 किग्रा वर्ग में अभियान शुरू करेंगी

विनेश के अलावा निशा दहिया (68 किग्रा) क्वार्टर फाइनल में हार गईं जबकि अंतिम पंघाल (53 किग्रा) व अंशू मलिक (57 किग्रा) शुरुआती राउंड में हारकर बाहर हो गईं। पदक स्पर्धाओं के 15वें दिन शनिवार को रितिका हुड्डा महिलाओं के 76 किग्रा वर्ग में अपना अभियान शुरू करेंगी।