मुंबई, 29 अप्रैल। अजय देवगन ने ‘रनवे 34’ के साथ फिल्मों में बतौर डायरेक्टर एक बार फिर अपना हुनर दिखाया है। फिल्म देखने पर ये कतई नहीं लगता कि किसी नए डायरेक्टर ने अपना हाथ आजमाया है। फ्लाइट में टेक ऑफ या लैंडिंग के वक्त ही ‘फास्टन योर सीट बेल्ट’ की जरूरत पड़ती है, लेकिन रनवे 34 इतनी रोमांचक है कि आपको फिल्म के आखिरी सीन तक सीट से हिलने का मन नहीं करेगा। इस फिल्म की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है जो 2015 में दोहा से कोच्चि आ रही जेट एयरवेज की फ्लाइट के साथ हुई थी।
अजय देवगन ने निर्देशन में कदम ‘यू, मी और हम’ के साथ रखा था और उसके बाद ‘शिवाय’ जैसी बड़ी फिल्म भी बनाई पर तब उनके हाथ मायूसी ही लगी थी। अब रनवे 34 के साथ वह दर्शकों को अपने स्टाइल और स्वैग से इंप्रेस करने में कामयाब नजर आ रहे हैं। अब बात करते हैं रनवे 34 की कहानी की, जिसमें अनुभवी पायलट विक्रान्त खन्ना अपनी को-पायलट के साथ खराब मौसम की स्थिति, खराब विजिबिलिटी, ईंधन की कमी और घबराए यात्रियों के बीच, सेफ लैंडिंग कराने में कामयाब रहता है। इस घटना में किसी को चोट नहीं लगती और चौंका देने वाली मुश्किलों के बावजूद विक्रान्त खन्ना अपने मिशन में सफल रहते हैं।
हालांकि इस लैंडिंग के साथ फिल्म की कहानी में बड़ा मोड़ आता है। विक्रान्त को उसके साहसी काम के लिए सराहना मिलनी चाहिए, पर ऐसा होता नहीं है, उसको सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है। फिल्म की दिलचस्प बात ये है कि प्लेन, टर्बुलेन्स और पायलट एरीना के अलावा यह एविएशन इंडस्ट्री की डार्क साइड पर भी रोशनी डालती है।
डायरेक्शन/म्यूजिक
अजय देवगन के डायरेक्शन की खास की बात ये रही कि रनवे 34 में कोई भी किरदार या सीन इसमें फालतू नहीं डाला गया है। म्यूजिक भी मूवी के टैंपो के साथ मेल खाता है, गाने जबरन ठूंसे हुए नहीं लगते हैं। सबसे खास है लैंडिंग के क्लाइमैक्स में कोई हाई बीट वाला म्यूजिक ना लेकर डायरेक्टर ने बड़ी समझादारी से एक शांत सा म्यूजिक पसंद किया, जो फिल्म की खूबसूरती को और बढ़ा देता है।
एक्टिंग की बात करें तो सदी के महानायक अपने रोल में फिट हैं। अजय देवगन ने बिग बी के किरदार को काफी शार्पनेस दी है, उनके फिल्मी कद को ध्यान में रखते हुए कैरेक्टर दिखाया गया है। अमिताभ बच्चन के फैंस को फिल्म में उनकी एंट्री के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। वह इंटरवल के बाद पर्दे पर आते हैं लेकिन आने के साथ ही कहानी में तूफान और रफ्तार ले आते हैं।
अजय देवगन की बेस्ट फिल्मों में से एक
रकुलप्रीत सिंह का रोल फिल्म में छोटा है लेकिन को-पायलट की भूमिका के साथ उन्होंने पूरा न्याय किया है। खास बात ये है कि फिल्म में दो सुपरस्टार्स की मौजूदगी के बावजूद रकुल पर्दे पर काफी सहज नजर आईं हैं। इनके अलावा फिल्म में आकांक्षा सिंह, अंगिरा धर और यूट्यूबर कैरी मिनाटी भी हैं। अपने रोल में ये भी फिट नजर आए। कुल मिलाकर रनवे 34 अजय देवगन की बेस्ट फिल्मों में से एक है। फिल्म में टेक्निकल, इमोशनल और मसाले का अच्छा तड़का दिया गया है और इसे सिनेमाघरों में देखा जा सकता है।