पटना, 9 जून। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया है कि वह राज्य सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई है। इस क्रम में मांझी की पार्टी ने एक समन्वय समिति गठित करने की मांग उठाई है।
‘हम’ के इस आरोप के पीछे मुख्य वजह यह है कि बीते कुछ दिनों से बिहार में मुस्लिम समाज द्वारा दलितों को प्रताड़ित करने के मुद्दे पर भाजपा के कई बड़े नेता लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने बीते दिनों मोतिहारी में अल्पसंख्यकों के द्वारा दलितों पर अत्याचार और मारपीट के मुद्दे को लेकर और बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे वहीं सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री जनक राम भी दो दिन पहले दलितों पर अत्याचार को लेकर गोपालगंज और जमुई के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिख चुके हैं।
जनक राम ने गोपालगंज और जमुई प्रशासन को लिखे पत्र में दलित समाज की लड़कियों के धर्म परिवर्तन करके उनका निकाह कराए जाने के मुद्दे को लेकर चिंता जताई और काररवाई की मांग की है।
फिलहाल भाजपा के इन दो बड़े नेताओं की ओर से नीतीश कुमार सरकार पर सवाल खड़ा करने को लेकर अब सरकार में सहयोगी ‘हम’ ने आक्रामक तेवर अख्तियार किया है। पार्टी प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा, ‘भाजपा के कुछ नेता सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर वह विपक्ष को भी मौका दे रहे हैं। सरकार से हमारी मांग है कि जल्द एनडीए में समन्वय समिति का गठन किया जाए वरना भविष्य में स्थिति और भयावह हो जाएगी।’