नई दिल्ली, 1 अप्रैल। भारत सरकार के राजकोष में मार्च, 2022 के दौरान बंपर सकल वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह आया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अनुसार मार्च, 2022 में ग्रॉस जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) अब तक के अपने उच्चतम स्तर पर है। इस क्रम में सकल जीएसटी संग्रह ने जनवरी, 2022 के एक महीने में एकत्र सबसे अधिक संग्रह 1,40,986 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है।
मार्च में सकल जीएसटी राजस्व 1,42,095 करोड़ रुपये
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च 2022 में एकत्रित सकल जीएसटी राजस्व 1,42,095 करोड़ रुपये रहा, जिसमें सीजीएसटी 25,830 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32,378 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 74,470 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 39,131 करोड़ रुपये सहित) और सेस (उपकर) 9,417 करोड़ रुपये रहा। मार्च के लिए राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 15 प्रतिशत अधिक है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच निवेशकों का भारत पर भरोसा
वित्त मंत्रालय के ये आंकड़े दर्शा रहे हैं कि फरवरी के अंत तक पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए भारतीय बाजारों में निवेश बढ़कर 89,143 करोड़ रुपये हो गया। इससे साफ है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी समेत अन्य विपरीत कारकों के बावजूद भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों ने भरोसा जताया है। गौरतलब है कि जनवरी के अंत में यह आंकड़ा 87,989 करोड़ रुपये रहा था।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में रूस-यूक्रेन युद्ध का असर
हालांकि इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण खलबली मची हुई है। क्रूड ऑयल, गैस जैसे ईंधन और खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। साथ ही निवेशकों के मन में एक तरह से बेचैनी भी देखी जा रही है।