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राज्यसभा चुनाव : कर्नाटक में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीते, भाजपा का एक प्रत्याशी विजयी

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बेंगलुरु, 27 फरवरी। राज्यसभा चुनाव के अंतर्गत कर्नाटक में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों – अजय माकन, नासिर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर ने मंगलवा की शाम घोषित परिणामों में जीत दर्ज की है। वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा और जेडीएस के एक-एक उम्मीदवार की जीत मिली है। भाजपा के नारायण भांडागे और जेडीएस के कुपेंद्र रेड्डी विजेता घोषित किए गए हैं।

भाजपा विधायक एसटी सोमशेकर ने पार्टी के खिलाफ वोट किया

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका मतदान से पहले ही जताई जा रही थी। कांग्रेस पार्टी ने अपने तमाम विधायकों को प्राइवेट रिजॉर्ट में शिफ्ट कर दिया था। आशंकाओं के अनुरूप क्रॉस वोटिंग भी देखने को मिली और भाजपा विधायक एसटी सोमशेकर ने पार्टी के खिलाफ वोट किया। वहीं शिवराम हब्बार ने वोटिंग से परहेज किया। चुनाव में कांग्रेस को 139 मिले जबकि भाजपा को 47 और जेडीएस को 36 वोट मिले। निर्दलीय विधायक जनार्दन रेड्डी, लता मल्लिकार्जुन, पुट्टस्वामी गौड़ा और दर्शन पुट्टन्नैया ने कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया।

चुनाव में किसको, कितने वोट मिले?

कर्नाटक से पांच उम्मीदवार थे, जिनमें कांग्रेस की तरफ से अजय माकन, सैयद नासिर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर, भाजपा से नारायण भांडागे और जेडीएस से कुपेंद्र रेड्डी शामिल थे। कर्नाटक में राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए एक उम्मीदवार को 45 वोटों की जरूरत होती है। चुनाव में कांग्रेस के अजय माकन को 47, नासिर हुसैन को 47 और जीसी चंद्रशेखर को 45 वोट पड़े। वहीं भाजपा उम्मीदवार को 47 और जेडीएस के उम्मीदवार को 36 वोट मिले।

कर्नाटक विधानसभा में पार्टियों की ताकत

इसके पूर्व मतदान पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक चला। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू की गई। राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास 134 विधायक हैं जबकि क्रॉस वोटिंग में पार्टी को 139 वोट मिले। हालांकि भाजपा ने कांग्रेस को 66 विधायकों के साथ कड़ी टक्कर दी। जेडीएस के पास राज्य विधानसभा में 19 विधायक हैं और चार निर्दलीय विधायक हैं, जिन्होंने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया।

भाजपा-जेडीएस ने गठबंधन में उतारे थे कैंडिडेट

चुनाव से पहले बीजेपी और जेडीएस ने गठबंधन में एक-एक उम्मीदवार उतारे थे, जिसके बाद कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा हुईं। लेकिन पार्टी ने सावधानी से तीनों सीटें जीत लीं। जेडीएस चीफ एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस पर उनकी पार्टी को अस्थिर करने का आरोप लगाया था, जिसकी वजह से वह भाजपा के साथ गठबंधन में एक कैंडिडेट उतारने पर राजी हुए थे। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी की तरफ से क्रॉस वोटिंग नहीं होगी।