लखनऊ, 29 जनवरी। प्रयागराज महाकुम्भ मेले में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ और कई श्रद्धालुओं की मौत के बाद विपक्ष ने प्रशासन के सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़ा करते हुए योगी सरकार को निशाने पर ले लिया है।
यूपी के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि महाकुम्भ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुम्भ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए।
महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए।
‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 29, 2025
‘मित्था प्रचार करने वाले नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग दें‘
अखिलेश ने एक एक्स पोस्ट पर यूपी सरकार को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हत हुए लोगों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।
मृतकों को दी श्रद्धांजलि, पीड़ितों की मदद के लिए सरकार से अपील
सपा प्रमुख ने भगदड़ में मृत श्रद्धालुओं के प्रति शोक जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने अखिलेश यादव ने पीड़ितों की मदद के लिए सरकार से बिंदुवार अपील भी की।
महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है। श्रद्धांजलि!
हमारी सरकार से अपील है कि:
– गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए।
– मृतकों के शवों को चिन्हित… pic.twitter.com/xZcaU940cO— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 29, 2025
अखिलेश ने X पर पोस्ट में कहा, ‘महाकुम्भ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है। श्रद्धांजलि! हमारी सरकार से अपील है कि :
- गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए।
- मृतकों के शवों को चिह्नि करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए।
- जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं।
- हेलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए।
- सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।
अखिलेश ने आगे कहा, ‘श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें। सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे। हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना।’

