लखनऊ, 26 अगस्त। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बांग्लादेश पर दिए गए बयान पर तंज कसते हुए कहा है कि वह (योगी) प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। कम से कम उन्हें प्रधानमंत्री का ‘रोल प्ले’ नहीं करना चाहिए।
ज़िम्मेदार लोगों का काम भय से बचाना होता है, भय फैलाना नहीं।
अगर ये किसी के व्यक्तिगत विचार हैं तो गलत हैं और अगर उनके दल के हैं तो और भी ज़्यादा ग़लत हैं।
भाजपा राज में बने भय के इस वातावरण में क्या डबल इंजन कहीं दुबक कर जा बैठा है।
निंदनीय बयान!#नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/RO9pNDp9Pu
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 26, 2024
अखिलेश यादव ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ‘वह (योगी आदित्यनाथ) प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। कम से कम उन्हें प्रधानमंत्री का ‘रोल प्ले’ (भूमिका) नहीं करना चाहिए।’
‘मुझे उम्मीद है कि दिल्ली वाले उन्हें समझाएंगे‘
सपा मुखिया ने देश की विदेश नीति से जुड़े मामलों को लेकर कहा, ‘यह कार्य प्रधानमंत्री जी का है, भारत सरकार का है कि दुनिया में किस देश के साथ कैसा संबंध रखना है। यह पहली बार मुख्यमंत्री जी नहीं कह रहे हैं। मुख्यमंत्री जी पहले भी कह चुके हैं। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली वाले (केंद्र सरकार) उन्हें समझाएंगे कि दिल्ली वाले फैसलों में वह हस्तक्षेप न करें।’
सीएम योगी ने किया एकजुटता का आहवान, बोले – ‘बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’
उल्लेखनीय है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने समृद्धि की पराकाष्ठा तक पहुंचने के लिए लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए दिन में कहा था कि बांग्लादेश में हुईं गलतियां भारत में नहीं होनी चाहिए। आगरा में एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, ‘राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता। राष्ट्र तभी मजबूत होगा, जब हम सब एकजुट रहेंगे। बंटेंगे तो कटेंगे। एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की पराकाष्ठा तक पहुंचेंगे।’
ज्ञातव्य है कि बांग्लादेश में हाल में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए हैं, जिस कारण प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र देने के साथ शेख हसीना को देश भी छोड़ना पड़ गया। हालांकि, इसके बाद भी पड़ोसी देश में हिंसा की घटनाएं जारी रहीं, जिनमें हिन्दू अल्पसंख्यक समुदाय पर लक्षित हमले किए गए।