लखनऊ, 10 नवम्बर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हर सीट पर 20 हजार यादव और मुसलमान वोटरों के नाम काटने के समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के आरोपों पर निर्वाचन आयोग की नोटिस का सपा ने जवाब भेज दिया है। इसमें बताया गया है कि किस जिले से कितने मतदाताओं का नाम काटा गया है।
अखिलेश यादव ने सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि विधानसभा चुनाव में हर सीट पर यादवों और मुसलमानों के 20-20 हजार वोट हटवा दिए गए। पूरी मशीनरी ने मिलकर समाजवादी पार्टी को मिली हुई जीत को भाजपा को दिलवाने का काम किया है।
निर्वाचन आयोग ने अखिलेश के आरोपों पर 10 नवम्बर तक मांगा थे सुबूत
निर्वाचन आयोग ने अखिलेश के इन्हीं आरोपों पर नोटिस देते हुए दस नवम्बर तक सुबूत मांगे थे। सपा की ओर से भारत निर्वाचन आयोग, निर्वाचन सदन, अशोक रोड, नई दिल्ली को उन नामों के सुबूत दस्तावेज सहित भेजे गए हैं। इस संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, लखनऊ और मुख्य चुनाव आयुक्त, नई दिल्ली से की गई शिकायतों की छायाप्रति व मीडिया की खबरों का संकलन ई-मेल से भेजा गया है।
अखिलेश ने अपने पत्र में कहा है कि मतदाताओं को मतदान से वंचित करने की विभिन्न जिलों के कार्यकर्ताओं, समर्थकों, नागरिकों और मीडिया की खबरों से मिली जानकारियों की जांच की मांग की गई थी, लेकिन इसकी कोई जांच नहीं कराई गई। उन्होंने जांच के समय समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि को भी शामिल करने की मांग की है।
सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान क्या बोले थे अखिलेश
अखिलेश ने लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान कहा था, ‘चुनाव आयोग से हमें सबसे अधिक उम्मीद थी। लेकिन भाजपा और पन्ना प्रभारियों के इशारे पर जान बूझकर हर विधानसभा सीट पर 20 हजार यादव और मुसलमान वोटरों के नाम काट दिए गए। जांच करके देख लें, 20-20 हजार वोट उड़ा दिए गए हैं। कई वोटरों के नाम काट दिए गए। कई लोगों का बूथ चेंज कर दिया गया। वोटरों को इस बूथ से दूसरे बूथ पर पहुंचा दिया गया।’