Site icon Revoi.in

अखिलेश यादव ने कहा – वक्फ अधिनियम संशोधन विधेयक का विरोध करेगी सपा

Social Share

लखनऊ, 5 अगस्त। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी संसद में वक्फ अधिनियम संशोधन विधेयक का विरोध करेगी। अखिलेश यादव, दिवंगत समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की जयंती पर यहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।

यह पूछे जाने पर कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के वक्फ अधिनियम में संशोधन से संबंधी विधेयक को लेकर उनकी क्या तैयारी है, सपा नेता ने कहा, ‘‘हम लोग इसके (वक्फ अधिनियम में संशोधन संबंधी विधेयक) खिलाफ रहेंगे। भाजपा के पास हिन्दू-मुस्लिम करने या मुसलमान भाइयों के अधिकारों को छीनने के अलावा कोई काम नहीं है।’’

सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘इन्होंने (मोदी सरकार) पहले एंग्लो इंडियंस का अधिकार छीना। लोकसभा और विधानसभा में एंग्लो इंडियंस की एक सीट हुआ करती थी। उनका अपना प्रतिनिधित्व था, लेकिन इन्होंने फर्जी जनगणना करा ली और एंग्लो इंडियंस की सीट छीन ली।’’

उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार वक्फ अधिनियम में संशोधन के लिये इसी सत्र में संसद में विधेयक लाने पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि संसद में संशोधन विधेयक पारित होने के बाद वक्फ बोर्ड की शक्तियां कम हो जाएंगी।

सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हमारे मुख्यमंत्री देखिए कितने समझदार हैं…. उन्हें पता लगा कि नजूल उर्दू शब्द है। उन्हें अधिकारी समझाते रहे कि नजूल का मतलब कुछ और ही होता है, लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं नजूल मतलब मुसलमानों की जमीन है। यह सोचो, वह केवल उर्दू के शब्द नजूल को लेकर पूरा प्रयागराज और गोरखपुर खाली करा रहे थे। गोरखपुर में उनका अपना कुछ स्वार्थ है या उनके कुछ सहयोगी साथियों का स्वार्थ है।’’

गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ सरकार हाल ही सम्पन्न हुए राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र में नजूल संपत्ति विनियोजन विधेयक लाई थी, जिसे विधानसभा में पारित कर दिया गया था, लेकिन विधान परिषद में सत्ता पक्ष के ही प्रस्ताव पर उसे पारित नहीं किया गया।

अखिलेश यादव ने निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मुखर हुई केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर निशाना साधते हुए उनका नाम लिए बगैर कहा, ‘‘अभी सुनने में आ रहा है कि एक मंत्री जी चिल्ला रही हैं कि आरक्षण खत्म हो गया है। आप खुद सोचिए कि सरकार में भी रहेंगे और आरक्षण की भी बात करेंगे। जिन्हें आरक्षण की चिंता है चाहे वह दिल्ली में हो या लखनऊ में, वे तुरंत भाजपा का साथ छोड़ दें।’’

जाति आधारित जनगणना का जिक्र करते हुए उन्होंने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा और कहा, ‘‘एक स्टूल किट नेता हैं। वह बहुत किट-किट कर रहे हैं। सुनने में आ रहा है कि उन्हें हुकुम मिलता है, तभी वह कभी इधर, कभी उधर, कभी उधर, कभी उधर करते हैं। कम से कम उन्हें तो जाति आधारित जनगणना की बात करनी चाहिए और जो आरक्षण खत्म किया जा रहा है, उसके बारे में भी बात करनी चाहिए।’’

अखिलेश ने इस मौके पर छोटे लोहिया के नाम से मशहूर रहे समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र को याद करते हुए कहा कि मिश्र ने पूरा जीवन समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ने का काम किया। उन्होंने आजादी के बाद किसान, गरीब, मजदूर, शोषित, वंचित और हर वर्ग के लोगों के भले के लिए सारा जीवन लगा दिया।