लखनऊ, 24 मार्च। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आने वाले महीनों में राजनीतिक गठजोड़ की ओर ले जा रहे एक कदम के तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ एकजुटता व्यक्त की है, जिन्हें दो साल की जेल की सजा दी गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक में की गई टिप्पणियों के लिए एक आपराधिक मानहानि के मामले में गुजरात की एक अदालत में। अदालत ने उन्हें जमानत भी दे दी और 30 दिनों के लिए सजा को निलंबित कर दिया ताकि उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने की अनुमति मिल सके।
- अखिलेश यादव पहली बार राहुल गांधी के समर्थन में उतरे
जानकारी के मुताबिक, अखिलेश पहली बार राहुल के समर्थन में उतरे हैं, उन्होंने कहा कि भाजपा देश, जनता, सद्भाव और संविधान को समान रूप से बदनाम कर रही है और विपक्षी दलों के खिलाफ मानहानि के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्षी नेताओं को छोटे-छोटे मामलों में फंसा रही है क्योंकि पार्टी विपक्ष की ताकत से डरती है।
उन्होंने कहा कि देश की बदनामी, सार्वजनिक बदनामी, सद्भावना की बदनामी, संविधान की बदनामी, अर्थव्यवस्था की बदनामी। बीजेपी पर न जाने कितने तरह के मानहानि के मुकदमे दायर किए जाएं। भाजपा, जो अपने राजनीतिक भविष्य को फंसाकर सुरक्षित करती है। छोटे-मोटे मामलों में विपक्ष, विपक्ष की ताकत से डर जाता है। अभी तक अखिलेश ने कांग्रेस से दूरी बनाए रखी है और भविष्य में पार्टी से किसी तरह के गठबंधन से भी इनकार किया है। इस समय राहुल गांधी को उनका समर्थन सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ पूरे विपक्ष के एक साथ आने की संभावना को दर्शाता है।