लखनऊ, 9 नवम्बर। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला किया है। उन्होंने यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एनकाउंटर करने वालों का काउंटडाउन शुरू हो गया है। अब वे ज्यादा दिन सरकार में नहीं रहेंगे।
‘जो जितना बड़ा संत होता है, उतना ही कम बोलता है, यहां तो सब उल्टा है‘
अखिलेश यादव ने कहा, ‘संत समाज के बीच झगड़े कराए जा रहे हैं। जो खुद से बड़ा किसी और को नहीं मानते, वो कैसे ‘योगी’ हैं?… जो जितना बड़ा संत होता है, वो उतना ही कम बोलता है और बोलता भी है तो जनकल्याण के लिए, इसलिए उसके वचन प्रवचन कहलाते हैं। यहां तो जब उल्टा ही है।
‘हमारे यहा मुनि और मौनी की परंपरा‘
सपा प्रमुख ने कहा, ‘जिस तरह की भाषा इस्तेमाल हो रही है, उससे लग रहा है कि उनकी योग्यता के बारे में भी आपको और हमें जानना चाहिए। कोई व्यक्ति वस्त्र से नहीं, वचन से योगी होता है। जो योग हमेशा अमृतकाल की याद दिलाते हैं, ये आजादी का नहीं बर्बादी का अमृतकाल है और नकारात्मक लोगों का भी।’
उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां माना जाता है कि जो जितना बड़ा ज्ञानी होता है, वो उतना ही चुप रहता है। इसलिए हमारे यहां मौनी और मुनि की परंपरा रही है और कलयुग में सब उल्टा हो रहा है। मृतभाषी आजकल वाचाल बन गए हैं। मृदुभाषी, कटुवाची बन गए हैं… परोपकारी लोग अत्याचारी का काम कर रहे हैं।’
‘जिनका काम सरकार चलाना है, वो बुलडोजर चला रहे हैं‘
सीएम योगी का नाम लिए बगैर अखिलेश ने कहा, ‘जिनका काम सरकार चलाना है, वो बुलडोजर चला रहे हैं और विकास का प्रतीक विनाश का प्रतीक बन गया है। अभी-अभी सुना होगा आपने कि किसी भी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कहा। देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार पर 25 लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया है। अगर कही ऐसा हुआ हो तो बताइए।’