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अखिलेश यादव का यूपी की गेहूं-धान खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप, बोले – उद्योगपतियों से भाजपा की मिलीभगत

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लखनऊ, 4 मई। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य में गेहूं-धान खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हए कहा है कि उद्योगपतियों व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की मिलीभगत के बीच यह खेल चल रहा है।

अखिलेश यादव ने रविवार को यहां पार्टी कार्यालय पर आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार, बेईमानी और लूट चरम सीमा पर है। खातों तक में पैसे का रिकॉर्ड है। एक, दो या तीन बार नहीं, बड़ी लूट की है। लेकिन लूट के खिलाफ कोई काररवाई नहीं, न कोई किसी स्तर पर जांच ही हुई है।

बिचौलिया और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह बेईमानी की

सपा प्रमुख ने कहा कि धान खरीद से पहले मूंगफली खरीद में भी बड़े पैमाने पर बेईमानी हुई है। किसानों को लाभ नहीं मिला। उनके लिए जो कीमत तय थी, वह उन्हें नहीं मिली। बिचौलिया और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह बेईमानी की। गेहूं की खरीद में भी यह सरकार बड़े-बड़े लोगों से उद्योगपतियों से मिली हुई है। उस खरीद में भी भ्रष्टाचार चरम पर है।

किसान को कीमत नहीं देना चाहती सरकार

अखिलेश का कहना था कि किसान अपना सामान खुले बाजार में बेचेगा तो उसे कीमत ज्यादा मिलेगी। लेकिन सरकार ने पाबंदी लगाई कि इससे ऊपर कोई भी आढ़ती या उद्योगपति खरीद नहीं सकता है। गेहूं की कीमत किसान को ज्यादा मिल सकती है, लेकिन सरकार किसान को कीमत नहीं देना चाहती। किसान के ऊपर लगातार संकट पैदा हो रहा है।

कोई सवाल करे तो काररवाई

पूर्व सीएम ने कहा कि बिजली महंगी, डीजल पेट्रोल महंगा, खाद महंगी, दवाइयां महंगी हर जरूरत का सामान महंगा। जीएसटी लगाकर एग्रीकल्चर इक्विपमेंट महंगे कर दिए हैं। कोई सवाल करे तो उसके ऊपर काररवाई हो जाती है। कोई आंदोलन में सरकार के खिलाफ शामिल हो तो उसकी पगड़ी उछाल देंगे। किसान की पगड़ी इन्होंने एक बार नहीं उछाली, कई ऐसे मौके आए हैं, जब किसानों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपमानित किया है। गाजीपुर से लेकर गाजियाबाद तक कई उदाहरण हम दे सकते हैं, जहां किसानों को अपमानित होना पड़ा है।

फायर एनओसी के नाम पर भी खेल

अखिलेश ने कहा कि जहां तक भ्रष्टाचार का सवाल है, लखनऊ में बेकिंग फैक्ट्री में आग लगी, दो लोगों की जान चली गई। यह एक जीता जागता भ्रष्टाचार का उदाहरण है, क्योंकि जितनी भी संस्थाएं हैं, जो फायर की एनओसी देते हैं, वे जान बूझकर हर जगह ऐसी फैक्ट्रियां चलवा रहे हैं। ऐसी इंडस्ट्री और संस्थाएं चलवा रहे हैं क्योंकि उनका महीना फिक्स है, यदि वे एनओसी दे देंगे तो महीने का क्या होगा?

अफसरों पर भी निशाना साधा

अखिलेश ने कहा कि एक बहुत ‘ईमानदार’ अधिकारी थे, उन्होंने अपने नाम एक भी फ्लैट नहीं रखा, अपने सगे संबंधियों के नाम न जाने कितने फ्लैट कर दिए। उत्तर प्रदेश ही नहीं उत्तर प्रदेश के बाहर भी उत्तर प्रदेश के अधिकारियों का इन्वेस्टमेंट हो रहा है। कुछ उत्तर प्रदेश में बाहर से आए हुए अधिकारी जो मलाईदार पोस्ट पर हैं, वे इन्वेस्टमेंट दूसरे स्टेट में कर रहे हैं। एक बार तो न जाने कितना पैसा पकड़ा गया और कमीशन का झगड़ा तो हम सभी ने देखा ही है। दरअसल, वह कमीशन का झगड़ा नहीं था, वह बंटवारे का झगड़ा था।

इस बार चुनाव में भाजपा की नहीं चलेगी

अखिलेश यादव ने कहा कि 2027 में भारतीय जनता पार्टी की कोई चालबाजी नहीं चलेगी, जो चुनाव में धांधली करते हैं। इस बार 403 विधानसभाओं में भारतीय जनता पार्टी की कोई भी चार सौ बीसी नहीं चलने देंगे। जिन अधिकारियों ने हमारे साथ अन्याय किया है, समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर उन्हें सबक सिखाया जाएगा। इस सरकार में भ्रष्टाचार की कोई लिमिट नहीं है, अन्याय भी उतना ही हो रहा है, इसलिए पीडीए परिवार एकजुट हो गया है। इसी एकजुटता से घबराकर भारतीय जनता पार्टी ने यह जातीय जनगणना कराई है। जातीय जनगणना में भी धांधली न हो, इसलिए पीडीए परिवार एकजुट रहेगा। जाति जनगणना का फैसला 90% पीडीए परिवार की 100% जीत है।

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