मुंबई, 2 जुलाई। महाराष्ट्र के नव नियुक्त उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अधिकतर विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के उनके फैसले से संतुष्ट हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे एनसीपी के नाम पर चुनाव लड़ेंगे क्योंकि पार्टी पर उनका पूरा नियंत्रण है।
‘हम महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे, इसीलिए हमने यह फैसला किया‘
शपथ ग्रहण के बाद एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और वरिष्ठ एनसीपी नेता छगन भुजबल के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजित पवार ने कहा, ‘अब कई लोग आलोचना करेंगे, लेकिन हम उसे महत्व नहीं देते। हम महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे और इसीलिए हमने यह फैसला किया है।’
‘हमारे ज्यादातर विधायक सरकार में शामिल होने के फैसले से संतुष्ट‘
अजित पवार ने कहा, ‘हमारे ज्यादातर विधायक सरकार में शामिल होने के फैसले से संतुष्ट हैं। एनसीपी ने सरकार को समर्थन दिया है। हम सभी चुनाव एनसीपी के नाम पर लड़ेंगे। आज हमने महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है और मंत्री पद की शपथ ली है। विभागों के बंटवारे पर चर्चा बाद में होगी। राष्ट्रीय स्तर पर सभी पहलुओं पर विचार करते हुए हमने सोचा कि हमें विकास का समर्थन करना चाहिए।’
‘सभी विधायक मेरे साथ, हम यहां एक पार्टी के रूप में हैं‘
उन्होंने कहा, “हमारे पास पर्याप्त संख्याबल है, सभी विधायक मेरे साथ हैं। हम यहां एक पार्टी के रूप में हैं। हमने सभी वरिष्ठों को भी सूचित कर दिया है। लोकतंत्र में बहुमत को महत्व दिया जाता है। हमारी पार्टी 24 साल पुरानी है और युवा नेतृत्व को आगे आना चाहिए।’
‘यदि हम शिवसेना के साथ सरकार बना सकते हैं तो भाजपा के साथ क्यों नहीं?‘
जूनियर पवार ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति कर रहा है। वह अन्य देशों में भी लोकप्रिय हैं। हर कोई उनका समर्थन करता है और उनके नेतृत्व की सराहना करता है। हम आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव उनके (भाजपा) साथ लड़ेंगे और यही कारण है कि हम यह निर्णय लिया है।’ उन्होंने प्रश्न किया, ‘अगर हम सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ जा सकते हैं तो भाजपा के साथ क्यों नहीं?’
भुजबल बोले – ‘यह कहना गलत कि हमारे खिलाफ मामले थे, इसलिए हम यहां हैं‘
अजित पवार के साथ रविवार को शपथ लेने वाले आठ राकांपा विधायकों में से एक छगन भुजबल ने कहा, ‘वे (विपक्ष) कह रहे हैं कि हम यहां हैं क्योंकि हमारे खिलाफ मामले हैं और हम दबाव में हैं। हममें से अधिकतर के खिलाफ अब कोई मामला नहीं है या जांच चल रही है। कोर्ट ने हमारे खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाया है क्योंकि हमारे खिलाफ कुछ भी ठोस नहीं है। इसलिए यह कहना कि हम इसलिए शामिल हुए क्योंकि हम दबाव में थे, सही नहीं है।’