मुंबई, 5 जुलाई। अजित पवार की बवागत से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में उठा बवंडर कहां जाकर थमेगा, इस बाबत कुछ नहीं कहा जा सकता। फिलहाल पार्टी के अंदर जारी सियासी उठापठक के बीच शिंदे-फडणवीस सरकार में उप मुख्यमंत्री का ओहदा ले चुके अजित पवार के गुट ने बुधवार को शरद पवार को ही पार्टी अध्यक्ष के पद से हटा दिया और अजित पवार खुद एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन बैठे।
पवार गुट का दावा – 30 जून की बैठक में निर्णय लिया गया
प्रफुल्ल पटेल द्वारा बुलाई गई बैठक में अजीत पवार को अध्यक्ष बनाने का फैसला किया गया। दावा किया गया है कि यह बैठक 30 जून को हुई थी, जिसमें इस आशय का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही यह विवाद पैदा हो गया है कि एनसीपी की असली बागडोर अब किसके हाथ में है। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने दावा किया है कि असली राकांपा शरद पवार के साथ है और असली चुनाव चिन्ह हम हैं।
वहीं एनसीपी पर अपना दावा लेकर शरद पवार गुट और अजित पवार गुट चुनाव आयोग पहुंच गए हैं। अजित पवार गुट ने 40 से अधिक विधायकों के शपथ पत्र के साथ पार्टी पर दावा ठोका है जबकि शरद पवार गुट की तरफ से कहा गया है कि कोई भी एनसीपी पर अपने आधिपत्य का दावा आयोग के सामने करे तो आयोग शरद पवार पक्ष को भी जरूर सुने।
इस बीच भतीजे अजीत पवार द्वारा अध्यक्ष पद से हटाए जाने की खबरों के बीच शरद पवार ने अब गुरुवार को दिल्ली में NCP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। यह मीटिंग दोपहर तीन बजे होगी। पवार गुरुवार की सुबह दिल्ली जाएंगे।