नई दिल्ली, 12 मई। भारत की नामी गिरामी बायोटेक्नोलॉजी कम्पनी भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड, हैदराबाद की ओर से बनाई जा रही कोरोनारोधी वैक्सीन कोवैक्सीन की मौजूदा उत्पादन क्षमता आगामी मई-जून तक दोगुना बढ़ जाएगी और तीन माह के अंदर यानी जुलाई-अगस्त इसे लगभग 6-7 गुना तक बढ़ाने का लक्ष्य है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2021 की समाप्ति तक कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता प्रति माह 10 करोड़ खुराक तक पहुंचने की उम्मीद है।
मंत्रालय ने यह भी जानकारी साझा की है कि भारत बायोटेक की बंगलुरु स्थित इकाइयों की सुविधा के लिए भारत सरकार की ओर से उसे अनुदान के रूप में 65 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। वैक्सीन उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तीन कम्पनियों का भी समर्थन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले माह कोविशील्ड उत्पादनकर्ता कम्पनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) पुणे तथा भारत बायोटेक को भविष्य में आपूर्ति बढ़ाने के लिए 4,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान करने की भी अनुमति दी थी।
इस क्रम में भारत बायोटेक के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने बीते दिनों कहा था कि उनकी कम्पनी ने कोवैक्सीन की वार्षिक उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 70 करोड़ खुराक कर ली है। उन्होंने बताया था कि बीते मार्च में 1.5 करोड़ खुराक का उत्पादन किया गया था जबकि अप्रैल में लगभग दो करोड़ वैक्सीन का उत्पादन किया गया। इस माह लगभग तीन करोड़ वैक्सीन के उत्पादन का लक्ष्य है।
एल्ला के अनुसार कम्पनी बेंगलुरु में दो नए वैक्सीन संयंत्रों को शुरू करने जा रही है। कम्पनी ने शुरुआत में एक संयंत्र से उत्पादन शुरू किया था। अब कम्पनी के हैदराबाद में ही चार संयंत्र परिचालन में हैं।