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प्रमुख अमेरिकी कम्पनी जीई एयरोस्पेस और हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच करार

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वॉशिंगटन, 22 जून। भारतीय वायुसेना के लिए लड़ाकू जेट इंजन बनाने के वास्ते प्रमुख अमेरिकी कम्पनी जीई एयरोस्पेस ने भारतीय एयरोस्पेस कम्पनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह बड़ा फैसला उस समय किया गया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं।

जीई एयरोस्पेस के एफ-414 इंजनों का निर्माण देश में संयुक्त रूप से किया जाएगा

समझौते के अनुसार जीई एयरोस्पेस के एफ-414 इंजनों का निर्माण देश में संयुक्त रूप से किया जाएगा। इससे भारतीय वायुसेना के हलके लड़ाकू एयरक्राफ्ट एमके-टू को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

जीई एयरोस्पेस के अनुसार एलसीए एमके-टू के लिए जारी विकास कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आठ एफ-414 इंजन भारत को उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा जीई एयरोस्पेस भारत सरकार के साथ अत्याधुनिक मध्यम लड़ाकू एयरक्राफ्ट एमके-टू इंजन विनिर्माण कार्यक्रम के बारे में सहयोग जारी रखेगी।

जीई एयरोस्पेस के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एच लॉरेंस कल्प ने इसे ऐतिहासिक समझौता बताया और कहा कि भारत और एचएएल के साथ दीर्घावधि भागीदारी की वजह से ही यह संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि कम्पनी को इस बात पर गर्व है कि वह राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग के प्रयासों में प्रमुख भूमिका निभाने जा रही है।

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