कोलकाता, 4 मई। पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम आने के बाद जारी राजनीतिक हिंसा पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि आजाद भारत में चुनाव बाद इतनी असिहुष्णता उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। दो दिवसीय दौरे पर यहां आए नड्डा पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे।
इन हिंसक घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता जाहिर की है और उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन पर उनसे राज्य की ताजा स्थिति के बारे में जानकारी ली। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से जहां रिपोर्ट तलब की है वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने नंदीग्राम में कुछ महिलाओं की कथित तौर पर पिटाई की घटना पर चिंता जाहिर करने के साथ उचित काररवाई की मांग की है।
ज्ञातव्य है कि चुनावी नतीजों के बाद से ही पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों से तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पों की खबरें आ रही हैं। झड़प के दौरान कई लोगों की मौत भी खबर है। सोशल मीडिया पर मारपीट, आगजनी और दुकानों को लूटे जाने के वीडियो वायरल हो रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करते हुए दावा किया कि पार्टी के नौ से ज्यादा कार्यकर्ता मारे गए हैं तो दूसरी तरफ टीएमसी ने भी अपने तीन कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाया।
कोलकाता पहुंचने के बाद जेपी नड्डा ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजों के बाद जो घटनाएं देखने और सुनने को मिली हैं, वो हमें हतप्रभ करती हैं, चिंता में डालती हैं। ऐसी घटनाएं भारत के विभाजन के समय मैंने सुनी थीं, लेकिन आजाद भारत में चुनाव के नतीजों के बाद इतनी असहिष्णुता हमने आज तक नहीं देखी।’
नड्डा ने कहा, ‘हम इस वैचारिक लड़ाई और टीएमसी की असहिष्णुता से युक्त हरकतों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने के लिए तैयार हैं।’
पीएम मोदी ने राज्यपाल धनखड़ से फोन पर बात की
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल धनखड़ से फोन पर बात की। राज्यपाल ने ट्वीट के माध्यम से कहा, ‘पीएम मोदी ने मुझे कॉल किया और बंगाल की कानून-व्यवस्था पर पीड़ा व चिंता व्यक्त की। मैंने उन्हें बंगाल की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यहां हिंसा, बर्बरता, आगजनी, लूट और हत्याएं बेरोकटोक जारी हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए काररवाई करनी चाहिए।’
राज्यपाल धनखड़ ने तत्काल प्रदेश के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को तलब कर उन्हें शांति बहाल करने के निर्देश दिए। धनखड़ ने गृह सचिव एक.के. द्विवेदी से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘राज्य में चुनाव के बाद हिंसा की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर मैंने एसीएस गृह को तलब किया था और उन्हें चुनाव बाद राज्य में हुई हिंसा व तोड़फोड़ को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर रिपोर्ट देने को कहा है।’
उधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के शीर्ष अधिकारियों की बैठक ली। वस्तुतः राज्य में चुनाव के बाद हिंसा को लेकर ममता की चौतरफा आलोचना हो रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मीटिंग में मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और कोलकाता के पुलिस कमिश्नर शामिल हुए।