नई दिल्ली, 23 नवंबर। मेटा और अमेजन जैसी टेक कंपनियों द्वारा नौकरियों में की जाने वाली छंटनी के बाद अब गूगल भी अपने वर्कफोर्स में कटौती की तैयारी में है। तकनीकी जगत की दिग्गज कंपनियों द्वारा कर्मचारियों की कटौती के बीच Google की मूल कंपनी अल्फाबेट भी जल्द इस रास्ते पर चल सकती है। एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है।
द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल अपने लगभग 6 प्रतिशत कर्मचारियों या 10,000 लोगों को नौकरी ने हटा सकती है। कंपनी पहले उन लोगों की पहचान कर रही है, जो अंडरपरफॉर्मर हैं या जो उम्मीद से कमतर प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कटौती की वजह कंपनी की बिगड़ती वैश्विक वित्तीय स्थिति है।
टीम मैनेजर्स से ‘रैंकिंग और प्रदर्शन सुधार योजना’ के तहत कर्मचारियों का मूल्यांकन करने के लिए कहा गया है। ले ऑफ की शुरुआत 2023 के प्रारंभ में हो सकता है। अगर इसको आधार बनाया जाए तो कहा जा सकता है कि छंटनी बस कुछ ही सप्ताह दूर है। आपको बता दें कि पिछली परफॉर्मेंस रिव्यू में लगभग दो फीसद कर्मचारियों को रेड लिस्ट में रखा गया था।
हाल ही में कुछ वैश्विक तकनीकी कंपनियों अमेजन, ट्विटर और मेटा ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी की है। ट्विटर के प्रमुख एलन मस्क ने इस माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट को संभालने के बाद ट्विटर के 7,500 कर्मचारियों की संख्या को लगभग आधी करने का फैसला किया था। Microsoft ने भी नौकरी में कटौती लागू की है।
- पहले ही मिल गए थे संकेत
गूगल के मुख्य कार्यकारी सुंदर पिचाई ने कुछ महीने पहले इसका संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि एक कंपनी के रूप में Google मानता है कि जब आपके पास पहले की तुलना में कम संसाधन होते हैं, तो आपको काम करने के लिए सही चीजों को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऐसे में यह देखना पड़ता है की क्या आपके कर्मचारी वास्तव में उत्पादक हैं’।
कई बड़ी टेक कंपनियों ने कोविड के दौरान ऑनलाइन कामकाज के लिए बड़े पैमाने पर लोगों को नौकरी पर रखा था। उन्हें आशंका थी कि कोरोना महामारी लंबे समय तक जारी रहेगी, लेकिन वैसा नहीं हुआ।