हैदराबाद/दिल्ली, 2 जनवरी। नोटबंदी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए सुझाव दिया है कि पीएम मोदी को ‘नोटबंदी दिवस’ मनाना चाहिए। वह अब क्यों नहीं मनाते? ऐसा इसलिए है कि वह जानते हैं कि नोटबंदी के कारण प्लंबर, ड्राइवर, कलाकार, बिजली मिस्त्री आदि नष्ट हो गए थे।
कहा- 'अगर नोटबंदी का फैसला सही था तो @BJP4India 'नोटबंदी दिवस क्यों नहीं मनाती'? [2/2] #Demonetisation #Delhi #Haldwani #JammuAndKashmir
— AIMIM (@aimim_national) January 2, 2023
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी और उनकी सरकार को (नोटबंदी के लिए) सामाजिक और राजनीतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। ओवैसी ने कहा, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक 50 लाख लोगों की नौकरी चली गई और 100 लोगों की मौत हो गई। पीएम मोदी ने भारत की वर्कफोर्स को छोटा कर दिया है।
गौरतलब है कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र के आठ नवंबर, 2016 के नोटबंदी के फैसले को 4-1 से कानूनन सही ठहराया। जस्टिस एस. नजीर की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह फैसला सुनाया। लेकिन जिस एक जज ने इस फैसले पर अपनी असहमति जताई उन्होंने नोटबंदी की अधिसूचना को ‘गैरकानूनी’ बताया।
नोटबंदी पर शीर्ष अदालत के फैसले को भाजपा बड़ी जीत मान रही
वहीं देश की शीर्ष अदालत का फैसला नोटबंदी के पक्ष में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी इसे बड़ी जीत मान रही है।
आतंकवाद की रीढ़ को तोड़ने में डिमोनेटाइजेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम किया।
यह फैसला देशहित में किया गया था और आज कोर्ट ने इस निर्णय को सही पाया है।
– श्री @rsprasad pic.twitter.com/HgJSbg9Me6
— BJP (@BJP4India) January 2, 2023
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आतंकवाद की रीढ़ को तोड़ने में डिमोनेटाइजेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम किया। यह फैसला देशहित में किया गया था और आज कोर्ट ने इस निर्णय को सही पाया है।