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शपथ लेने बाद नीतीश कुमार ने कहा – ‘जहां था, वहीं वापस आ गया, अब कहीं जाने का सवाल ही नहीं उठता’

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पटना, 28 जनवरी। नीतीश कुमार ने राजभवन में रविवार की शाम नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, ‘अब मैं वहीं वापस आ गया हूं, जहां पहले (एनडीए में) था और अब कहीं जाने का सवाल ही नहीं उठता।’

‘हम बिहार के विकास और प्रगति के लिए काम करते रहेंगे और कुछ नहीं

इसी क्रम में बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव के इस बयान पर कि जदयू का अस्तित्व इसी वर्ष समाप्त हो जाएगा, प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नीतीश ने कहा, ‘हम बिहार के विकास और प्रगति के लिए काम करते हैं। हम वही करते रहेंगे और कुछ नहीं। तेजस्वी कुछ नहीं कर रहे थे।’

जल्द ही किया जाएगा कैबिनेट का विस्तार

उल्लेखनीय है कि नीतीश के साथ भाजपा नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश ने कहा, ‘हम साथ रहेंगे। आठ नेताओं ने आज मंत्री पद की शपथ ली और अन्य को जल्द ही शामिल किया जाएगा।’ इन तीनों नेताओं के अलावा जनता दल (यूनाइटेड) के नेता विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं भाजपा नेता डॉ. प्रेम कुमार, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

इससे पहले दिन में नीतीश कुमार ने रविवार की सुबह जनता दल (यूनाइटेड) विधानमंडल की बैठक में इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की। फिर राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को इस्तीफा सौंपने के साथ ही भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया था।

‘लंबे समय से महागठबंधन में चीजें सही नहीं चल रही थीं

राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में नीतीश ने जानकारी दी थी कि उन्होंने राज्यपाल से बिहार में महागठबंधन गठबंधन को भंग करने के लिए भी कहा। उन्होंने यह भी कहा था, ‘लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ तीन वाम दलों वाले महागठबंधन गठबंधन में स्थिति ठीक नहीं थी और ऐसी हो गई थी कि मुझे पद छोड़ना पड़ा। मैं लंबे समय से किसी के भी बारे में टिप्पणी नहीं कर रहा हूं क्योंकि (महागठबंधन गठबंधन में) चीजें सही नहीं थीं। मुझे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित सभी से राय और सुझाव मिल रहे थे। मैंने उन सभी की बात सुनी और आज इस्तीफा दे दिया और वर्तमान सरकार समाप्त कर दिया।’