नई दिल्ली, 8 जून। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना संकट के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उद्धव के साथ राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और कैबिनेट मंत्री अशोक चह्वाण भी थे। पीएम से भेंट के बाद उद्धव ठाकरे ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी का सामने मराठा आरक्षण, मेट्रो शेड व जीएसटी संग्रह सहित कई मुद्दों को रखा।
मराठी भाषा को केंद्र की ओर से स्टेटस दिए जाने की मांग
उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पीएम मोदी ने हमारे हर मुद्दे को ध्यान से सुना है और गंभीरता से विचार करने की बात कही है। इस मुलाकात के दौरान मराठा आरक्षण, राजनीतिक आरक्षण, मेट्रो शेड, जीएसटी कलेक्शन, क्रॉप इंश्योरेंस, साइक्लोन और अन्य मसलों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस क्रम में हमने मराठी भाषा को केंद्र की ओर से स्टेटस दिए जाने की मांग की है। तमाम विषयों को लेकर हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र सौंपे हैं।’
महाराष्ट्र में कांग्रेस शासनकाल के दौरान 2008-09 में मुख्यमंत्री रहे और मौजूदा पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चह्वाण ने कहा कि अब आरक्षण को लेकर राज्य से ज्यादा ताकत केंद्र के पास है, ऐसे में केंद्र सरकार को इस मामले में आगे बढ़कर कदम उठाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सभी का पक्ष रखना चाहिए।
आरक्षण का मसला सिर्फ महाराष्ट्र का नहीं : अजित पवार
प्रेस कॉन्फ्रेस में उपस्थित राज्य के उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने कहा कि आरक्षण का मसला सिर्फ महाराष्ट्र का नहीं बल्कि देशभर का है। उन्होंने जीएसटी को लेकर कहा, ‘हमारा 24 हजार करोड़ रुपये का हिस्सा मिलना बाकी है, इसे जल्द से जल्द हमें दिया जाए।’
गौरतलब है कि महाराष्ट्र कोरोना के कारण सबसे अधिक प्रभावित राज्य रहा। देश में कोरोना के सबसे ज्यादा केस, मौतें महाराष्ट्र में ही हुई हैं। हालिया महीनों में महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई मसलों पर विवाद भी देखने को मिला है। वहीं राज्य में भाजपा लगातार उद्धव सरकार को घेर रही है। शिवसेना भी हर रोज अपने मुखपत्र सामना में केंद्र के खिलाफ हल्ला बोलती रहती है।