रामपुर, 8 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री मो. आजम खान से उनके आवास पर मुलाकात की। उल्लेखनीय है कि अन्यान्य मामलों में लगभग दो वर्षों तक कैद में रहने के बाद आजम खान हाल ही में जमानत पर सीतापुर जेल से बाहर आए हैं।
‘समाजवादी पार्टी आजम खान के साथ है और हमेशा रहेगी’
मो. आजम खान से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव का बयान भी आया है। उन्होंने कहा कि आजम खान पार्टी की धड़कन हैं और उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाया गया। उन्हें बेवजह के मुकदमों में फंसाया गया और जेल भेज दिया गया। समाजवादी पार्टी आजम खान के साथ है और हमेशा रहेगी।
‘समय न मिलने के कारण हम आजम से जेल में मिलने नहीं जा सके’
अखिलेश ने मीडिया से यह भी कहा, ‘समय न मिलने के कारण हम आजम से जेल में मिलने नहीं जा सके। आज सारे गिले-शिकवे दूर हो गए हैं। भाजपा ने इन पर झूठे मुकदमे कराए हैं। हमारी सरकार बनने पर मुकदमे वापस ले लेंगे।’
अखिलेश ने इस मुलाकात के तुरंत बाद एक एक्स पोस्ट भी किया, जिसमें लिखा, ‘क्या कहें भला उस मुलाक़ात की दास्तान। जहां बस जज़्बातों ने खामोशी से बात की।’ अखिलेश ने मुलाकात की कुछ तस्वीरें भी शेयर की। इनमें से एक तस्वीर में आजम खान, अखिलेश यादव को कलम देते हुए दिख रहे हैं।
क्या कहें भला उस मुलाक़ात की दास्तान
जहाँ बस जज़्बातों ने खामोशी से बात की pic.twitter.com/uHFxDoKDTw— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 8, 2025
आजम खान ने कई इंटरव्यू में कहा था, ‘मैंने बच्चों के हाथों में कलम पकड़ाई है। उन बच्चों के हाथों में कलम देने की कोशिश की है, जो यदि नहीं पढ़ते तो पंचर बनाते या फिर कोई और काम करते।’ मुलायम सिंह यादव से अपने रिश्तों का जिक्र करते हुए आजम ने कहा था, ‘मैंने बच्चों के हाथों में कलम देने का सपना देखा तो मुलायम सिंह यादव ने उसे साकार किया है।’
आजम की शर्त के अनुसार अखिलेश अकेले मिलने पहुंचे
आजम खान और अखिलेश यादव की यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चली और दोनों अकेले ही बैठे रहे। दरअसल, आजम खान ने पहले ही शर्त रखी थी कि यह मुलाकात सिर्फ मुझसे होगी और अखिलेश यादव किसी और नेता को साथ लेकर नहीं आएंगे।’
पूर्व में आजम कह चुके हैं – ‘ईद पर मेरी पत्नी अकेली बैठकर रोती रही, लेकिन कोई हमारा हाल पूछने तक नहीं आया। फिर अब किसी को आने की क्या जरूरत है। ऐसे में आजम खान से अखिलेश यादव के अकेले ही मिलने जाने को उनकी जिद पूरी होने के तौर पर देखा जाता रहा है। ये चर्चाएं रही हैं कि आजम खान बसपा में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में इस मुलाकात का लोगों को इंतजार था।
जौहर यूनिवर्सिटी से अखिलेश को अपनी गाड़ी में बैठाकर आवास तक ले गए
इसके पूर्व मध्याह्न बाद लगभग साढ़े 12 बजे अखिलेश यादव का हेलीकॉप्टर आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी में उतरा, जहां आजम ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद अखिलेश को अपनी गाड़ी में बैठाकर आजम खा लगभग एक बजे अपने आवास पहुंच गए। इस दौरान अखिलेश ने मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया।

